अंतिम किस्त
MPPOST की स्पेशल सीरीज
ड्रोन पर सवार, सरकार के नवाचार
ड्रोन दीदियों और ड्रोन संचालकों को केंद्र व राज्य सरकार के प्रोत्साहन की दरकार, ड्रोन संचालकों का अभिमत
ड्रोन के लिए अलग से उपक्रम य बोर्ड बनाया जाए जो समग्र रूप से ड्रोन दीदियों और ड्रोन संचालकों के विकास के लिए काम करे
पूरे मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नैनो यूरिया के उपयोग करने के अभियान को अमल में लाया गया तो राज्य में लगभग 25 हजार ड्रोन की जरूरत होगी
समय के साथ चलने के लिए ड्रोन पर एक समग्र नीति की बनाने की बेहद आवश्यकता है
भोपाल, 06 अक्टूबर, 2024,( एमपी पोस्ट ) । केंद्र सरकार की कृषि अवसंरचना कोष योजना – एआईएफ, इफको, एनएफएल, आईपीएल, चंबल और पीपीएल, फ़र्टिलाइज़र और मध्यप्रदेश शासन के संचालनालय कृषि अभियांत्रिकी समेत कई सरकारी उपक्रमों ने मध्यप्रदेश में लगभग 400 ड्रोन,महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी), व्यक्तिगत श्रेणी के अंतर्गत लघु सीमांत ,महिला ,अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के कृषकों, कृषकों, कस्टम हायरिंग केंद्र के संचालकों, कृषक उत्पादक संगठन ( एफपीओ ) एवं अन्य वर्गों के लोगों को दे तो दिए हैं। लेकिन ड्रोन दीदियों – महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) का विधिवत रूप ओरिएंटेशन नहीं हुआ इस कारण वे बहुत अच्छा काम नहीं कर पा रहीं। वे काम तो कर रहीं हैं लेकिन उन्हें परेशानी भी बहुत होती है जैसे बैटरी की सबसे बड़ी समस्या आती है। कुछेक ड्रोन दीदियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ड्रोन ले जाने में दिक्कत आती है वे इसके लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल चाहती हैं।
Union Minister Shivraj singh chouhan -केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एमपीपोस्ट की खबर की पुष्टि करते हुए जैसे ही यह घोषणा की अब ड्रोन दीदियों को ड्रोन के साथ एक नहीं पांच -पांच बैटरी दी जाएंगी। तो उन ड्रोन दीदियों ने एमपीपोस्ट से कहा की हमारी भी मांग है की हमें घोषणा के पहले ड्रोन मिल गए इसलिए हमें भी बैटरियां दी जाएँ।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ड्रोन दीदी एक कल्पना है। महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) ड्रोन दीदियों को ट्रेनिंग दी गई है वे देश अनेक राज्यों में अच्छा काम कर रहीं हैं। बीच में एक समस्या आयी थी की ड्रोन उड़ाने वाली बैटरी का समय काफी कम था। इसलिए ड्रोन दीदी परेशान हो जाती थी की अब वे क्या करें। इसलिए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण ने रास्ता निकाला की अब ड्रोन दीदियों को एक नहीं 05 – 05 बैटरियां दी जाएँगी जिससे एक डिस्चार्ज हो तो दूसरी का इस्तेमाल कर ड्रोन उड़ा सकें और डिस्चार्ज बैटरी को चार्ज कर सकें।
ड्रोन दीदियों और ड्रोन संचालकों ने केंद्र व राज्य सरकार के साथ – साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को अभिमत देते हुए कहा की जिस तरह स्टार्टअप को शासन की योजनाओं का लाभ व सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं उसी प्रकार ड्रोन संचालकों को भी मिलना चाहिए। ड्रोन के लिए अलग से उपक्रम य बोर्ड बनाया जाए जो समग्र रूप से ड्रोन दीदियों और ड्रोन संचालकों के विकास के लिए काम करे। ( समाप्त )
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ड्रोन दीदी एक कल्पना है। महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) ड्रोन दीदियों को ट्रेनिंग दी गई है वे देश अनेक राज्यों में अच्छा काम कर रहीं हैं। बीच में एक समस्या आयी थी की ड्रोन उड़ाने वाली बैटरी का समय काफी कम था। इसलिए ड्रोन दीदी परेशान हो जाती थी की अब वे क्या करें। इसलिए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण ने रास्ता निकाला की अब ड्रोन दीदियों को एक नहीं 05 – 05 बैटरियां दी जाएँगी जिससे एक डिस्चार्ज हो तो दूसरी का इस्तेमाल कर ड्रोन उड़ा सकें और डिस्चार्ज बैटरी को चार्ज कर सकें।
ड्रोन दीदियों और ड्रोन संचालकों ने केंद्र व राज्य सरकार के लिए अभिमत देते हुए कहा की जिस तरह स्टार्टअप को शासन की योजनाओं का लाभ व सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं उसी प्रकार ड्रोन संचालकों को भी मिलना चाहिए। ड्रोन के लिए अलग से उपक्रम य बोर्ड बनाया जाए जो समग्र रूप से ड्रोन दीदियों और ड्रोन संचालकों के विकास के लिए काम करे। ( समाप्त )