पेट्रोल पंप एससी-एसटी आवेदकों की जमीन पर पंप बनाकर देगी कंपनी

डिक्की का काम सराहनीय,श्री पी. नरहरी,सचिव,एमएसएमई विभाग एवं आयुक्त उद्योग, मध्यप्रदेश शासन

– राजस्व परिपत्र पुस्तक में पेट्रोल पंप के लिए शासकीय जमीन देने का प्रावधान
– अब पेट्रोल पंपों पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग सिस्टम भी स्थापित करेगी कंपनी
– डिक्की और आईओसी की वर्कशॉप में प्रदेशभर से पहुंचे उद्यमी

एमएसएमई विभाग के सचिव तथा उद्योग आयुक्त श्री पी. नरहरी ने कहा कि डिक्की का काम सराहनीय

तेल कंपनियां अब नए पेट्रोल पंप में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग सिस्टम भी तैयार करके देंगी। तेल कंपनियों ने कार्पस फंड स्कीम बनाई है जिसके तहत एससी-एसटी के आवेदकों को उनकी जमीन पर या उनके द्वारा लीज पर ली गई जमीन पर कंपनी अपने व्यय से पेट्रोल पंप तैयार कर कर देगी। मध्यप्रदेश में राजस्व परिपत्र पुस्तक आरबीसी में पेट्रोल पंप के लिए शासकीय जमीन देने का प्रावधान है। आरआई और पटवारी से संपर्क कर जमीनों की जानकारी लेकर आवेदन किया जा सकता है।

दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) तथा इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (आईओसी) द्वारा आयोजित रिटेल आउटलेट विज्ञापन कार्यशाला में यह जानकारी प्रतिभागियों को दी गई। होटल सायाजी में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए एमएसएमई विभाग के सचिव तथा उद्योग आयुक्त श्री पी. नरहरी ने कहा कि डिक्की वो काम कर रहा है जिसकी वास्तव में जरूरत है। पेट्रोल पंप जैसे व्यवसाय के लिए समाज के लोगों को जोड़ना और उन्हें मार्गदर्शन करना निश्चित रूप से बहुत सराहनीय है। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि किसी भी काम को करने से पहले प्रशिक्षण लें। सरकार ने जो सुविधाएं उपलब्ध कराईं हैं नीचे तक उसका लाभ पहुंचाएं।

आईओसी के डीजीएम राजीव बिस्वास, सीनियर मैनेजर आदित्य अरविंद, मैनेजर रिटेल नीरज छीपा ने पेट्रोल पंप स्थापित करने के लिए आवश्यक जमीन, दस्तावेज, प्रक्रिया और सावधानियों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एससी-एसटी आवेदकों की जमीन पर कंपनी पंप बनाकर देगी। इलेक्ट्रिक चार्जिंग सिस्टम भी कंपनी बनाईएगी। डिक्की के अध्यक्ष डॉ. अनिल सिरवैयां ने बताया कि मप्र में एससी-एसटी के लिए 700 से अधिक लोकेशन हैं। भविष्य में पेट्रोल पंप एनर्जी डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर की तरह काम करेंगे। पेट्रोल, डीजल के अलावा सीएनजी, पीएनजी, इलेक्ट्रिक चार्जिंग आदि सभी की सुविधा इन पंपों से मिलेगी, इसलिए यह एक अच्छा अवसर है।

डिक्की के भोपाल कॉर्डीनेटर संजय मेहरा ने बताया कि वर्कशॉप में डिक्की के सभी जिलों के कॉर्डीनेटर शामिल हुए हैं जिन्हें यहां नीचे तक लोगों की हैंड होल्डिंग करने की ट्रेनिंग दी गई। एसबीआई के एजीएम से इंद्रजीत सिंह ने पेट्रोल पंपों के लिए बैंक की योजनाओं की जानकारी दी। नापतौल विभाग के गोविंद प्रसाद रायकवार, पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर एसएल सूर्यवंशी ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया।

अवसरों का लाभ उठाएं युवा
समापन समारोह में श्री जेएन कांसोटिया अपर मुख्य सचिव, वन विभाग ने प्रतिभागियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि युवा ऐसे सभी अवसरों का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने कहा कि डिक्की के प्रयासों से व्यापार-व्यवसाय का माहौल बना है और नए अवसर सृजित हो रहे हैं। प्रतिभागी निचले स्तर तक लोगों को जागरूक करके उनकी मदद करें।

दो साल में 80 करोड़ का टर्नओवर करके चमके नीतेश
कार्यशाला में पेट्रोल पंप के व्यवसाय में आने वाले एससी-एसटी उद्यमियों की सक्सेस स्टोरियां बताईं गईं। डिक्की के सदस्य नीतेश ने कटारे ने दो साल पहले देवास बायपास पर अपना पंप खोला था। दो साल में उन्होंने 80 करोड़ का टर्नओवर किया है। बिक्री में मामले में नीतेश का पंप देश में सातवें नंबर है। ब्यावरा से आए एससी के पेट्रोल व्यवसायी कमल खस ने तीन साल में बिक्री का रिकॉर्ड बनाया। एक अन्य व्यवसायी मनीष पिपलोदे ने इस व्यवसाय में रखी जाने वाली सावधानियों की

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