डिक्की एक नई सामाजिक और आर्थिक क्रांति कर दिखाएगी
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री,शिवराज सिंह चौहान ने कहा
- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि एससी-एसटी के उद्यमियों को सुविधाएँ दिलाने के लिए प्रदेश स्तरीय कमेटी बनाई जाएगी। मैं डिक्की के कार्यक्रम में आकर एक नई रोशनी और प्रकाश देख रहा हूँ। अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लिए डिक्की एक नई सामाजिक और आर्थिक क्रांति कर दिखाएगी। बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्म-भूमि मध्यप्रदेश है।
एसटी-एसटी के उद्यमियों को सुविधाएँ दिलाने के लिए प्रदेश स्तरीय कमेटी गठित होगी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एससी-एसटी मेगा बिजनेस कॉन्क्लेव एवं एक्सपो को किया संबोधित
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि एससी-एसटी के उद्यमियों को सुविधाएँ दिलाने के लिए प्रदेश स्तरीय कमेटी बनाई जाएगी। मैं डिक्की के कार्यक्रम में आकर एक नई रोशनी और प्रकाश देख रहा हूँ। अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लिए डिक्की एक नई सामाजिक और आर्थिक क्रांति कर दिखाएगी। बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्म-भूमि मध्यप्रदेश है। बाबा साहब ने कहा था कि बिना आर्थिक सशक्तिकरण के सामाजिक सशक्तिकरण होना मुश्किल है। बाबा साहब के दिखाए मार्ग – शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो, की भावना के साथ डिक्की समाज को नई दिशा प्रदान कर रही है। हमारे बच्चे थोड़े से सहयोग से इतिहास रच सकते हैं। आसमान में नई उड़ान भर सकते हैं। प्रदेश में शिक्षा का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। रोजगार और व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए भी राज्य सरकार प्राथमिकता से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान रविंद्र भवन में एससी-एसटी मेगा बिजनेस कॉन्क्लेव एवं एक्सपो को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। वैकल्पिक रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए डिक्की ने नई राह दिखाई है। उत्साह और इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है। राज्य सरकार उद्योग स्थापित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उद्यमियों को सुविधाएँ देने के लिए मिल कर काम करेंगे। प्रदेश में हर महीने रोजगार दिवस मनाया जाता है। प्रदेश में स्व-रोजगार और उद्योग लगाने के लिए योजनाएँ बनी हैं। युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ा जा रहा है। अब तक 25 लाख युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ा जा चुका है। हर महीने लक्ष्य तय कर स्व-रोजगार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं। भोपाल में सिंगापुर के साथ मिल कर संत रविदास ग्लोबल स्किल पार्क बनाया जा रहा है। इसमें हर साल 10 हजार बच्चों को ट्रेनिंग दी जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवा उद्यमियों को टंट्या मामा आर्थिक कल्याण, डॉ. भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण, भगवान बिरसा मुंडा आर्थिक कल्याण और मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना का लाभ लेने का प्रयास करना चाहिए। अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए उद्यम योजनाओं में राज्य सरकार हमेशा सहयोग करेगी। एससी-एसटी के उद्यमियों द्वारा तैयार चिन्हित उत्पाद खरीदने का निर्णय लिया जाएगा। पूरी क्षमता के साथ सहयोग कर समस्याएँ दूर की जाएंगी। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को प्रारंभ करने के लिए प्रदेश में नीति बनाई गई है। युवाओं को स्टार्टअप प्रारंभ करने के लिए प्रोत्साहित करें।
केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि मध्यप्रदेश के अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए रोजगार और व्यवसाय की संभावनाएँ तलाशी जा रही हैं। इस दिशा में राज्य सरकार बेहतर सहयोग कर रही है।
मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि हर व्यक्ति में असीम संभावनाएँ होती हैं। महत्वाकांक्षा रखिये और दृढ़-निश्चय से सफलता अवश्य मिलेगी। राज्य सरकार योजनाओं और ईज ऑफ डूइंग नीति के तहत युवाओं को उद्योग स्थापित करने के लिये प्रेरित कर रही है। कॉन्क्लेव में सफल उद्यमियों द्वारा दी गई सीख अपने साथ ले जाएँ।
सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि हर जिले और तहसील में अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए छोटे कलस्टर बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। विभिन्न राज्यों में डिक्की अच्छे ढंग से कार्य कर रही है।
पद्मश्री रवि कुमार नर्रा ने स्वागत उद्बोधन में राज्य सरकार द्वारा डिक्की को दिए जा रहे सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि डिक्की की ओर से ज्यादा से ज्यादा उद्यमियों को तैयार करने का प्रयास करेंगे। पद्मश्री डॉ. मिलिंद कामले ने कहा कि बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के सपनों को आगे बढ़ाने का प्रयास डिक्की द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इकोनोमिक डेमोक्रेसी के लिए अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए रोजगार के अधिकाधिक अवसर सृजित करना जरूरी है। राज्य सरकार का इसमें सहयोग सराहनीय है। डॉ. अनिल सिरवैया ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योगों को बढ़ाने का नवाचार किया जा रहा है।
कार्यक्रम में डिक्की और राज्य सरकार के एमएसएमई विभाग के बीच इकोसिस्टम विकसित करने के लिये एमओयू हुआ। साथ ही डिक्की ने सार्थक सामुदायिक संस्था से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिये एवं सॉलिडेरी डाट के साथ फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में सहयोग के लिये एमओयू किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डिक्की बिजनेस फेसिलिटेशन एप का शुभारंभ भी किया।
प्रख्यात एवं भावी उद्यमियों का स्मृति-चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान का महर्षि वाल्मीकि और डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा भेंट कर स्वागत किया गया। देश के विभिन्न स्थानों से आए सफल उद्यमियों का भी सम्मान किया गया। एम डी एमपीआरडीसी श्री जॉन किंग्सले ने आभार माना। प्रमुख सचिव उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री संजय शुक्ला और सचिव एमएसएमई श्री पी. नरहरि भी उपस्थित थे।