धार जिले में कारम डैम में कलेक्टर और मैदानी अधिकारियों से कहा आप खड़े रहें, पूरा प्रशासन सरकार आपके साथ है
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री,शिवराज सिंह चौहान
- बांध से पानी निकालने, बाय पास चैनल बनाकर लोगों को सुरक्षित किया जा रहा घटना पर सतत नजर है, ग्रामों के लोग सुरक्षित हैं : मुख्यमंत्री श्री चौहान धार जिले में निर्माणाधीन बांध से जल रिसाव की स्थिति में स्थानीय जनता की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता लोगों का जीवन और पशुओं का जीवन भी सुरक्षित रखने के निर्देश मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्माणाधीन डेम के टूटने की आशंका से जुड़े रेस्क्यू और डायवर्सन ऑपरेशन की निरंतर निगरानी की देश के बांध विशेषज्ञों से भी लिया जा रहा परामर्श
बांध से पानी निकालने, बाय पास चैनल बनाकर लोगों को सुरक्षित किया जा रहा
घटना पर सतत नजर है, ग्रामों के लोग सुरक्षित हैं : मुख्यमंत्री श्री चौहान
धार जिले में निर्माणाधीन बांध से जल रिसाव की स्थिति में स्थानीय जनता की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता
लोगों का जीवन और पशुओं का जीवन भी सुरक्षित रखने के निर्देश
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्माणाधीन डेम के टूटने की आशंका से जुड़े रेस्क्यू और डायवर्सन ऑपरेशन की निरंतर निगरानी की
देश के बांध विशेषज्ञों से भी लिया जा रहा परामर्श
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि धार जिले में कारम डैम से हो रहे जल रिसाव के कारण जन हानि की आशंका को रोकने के लिए पूरी स्थिति पर सतत नजर रखी जा रही है। जनता के साथ पशुओं के जीवन की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज भोपाल में मंत्रालय स्थित राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष से धार जिले के कारम डैम की स्थिति को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्य सचिव सहित अनेक अधिकारियों की उपस्थिति में उन्होंने इंदौर कमिश्नर, आई.जी और धार जिले के कलेक्टर, एसपी सहित जल संसाधन के वरिष्ठ अधिकारियों को सुरक्षा एवं बचाव संबंधी आवश्यक निर्देश दिये। जल संसाधन विभाग और अन्य तकनीकी विशेषज्ञों की बांध स्थल पर मौजूदगी है। इन्हें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आप कार्य पूरा होने तक सजग,सक्रिय रहें। प्रशासन और सरकार आपके साथ है। आज प्रातः शुरू हुई बैठक देर शाम तक जारी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एनडीआरएफ ,दिल्ली के असिस्टेंट कमांडेंट श्री दिनेश धीमन से राहत कार्यों के संचालन का विवरण दूरभाष पर चर्चा कर प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय जल आयोग के मुख्य अभियंता से भी चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दूरभाष द्वारा बांध सुरक्षा टीम से जुड़े विशेषज्ञों से भी चर्चा की। पूरे देश के विशेषज्ञों से संपर्क कर परामर्श प्राप्त किया गया है। जनता की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
तकनीकी परामर्श और मार्गदर्शन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्माणाधीन बांध की स्थिति के बारे में तकनीकी परामर्श भी प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय जल आयोग के चीफ इंजीनियर श्री आदित्य शर्मा और बांध सुरक्षा प्राधिकरण के सदस्य श्री विवेक त्रिपाठी से बांध से अन्य मार्ग द्वारा पानी निकालने और पानी के संभावित प्रवाह और अन्य हालातों के बारे में चर्चा की। परामर्श के अनुसार आवश्यक कार्यवाही चल रही है।
गुरूवार की रात्रि से सभी अलर्ट मोड पर
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धार ज़िले की धर्मपुरी तहसील में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के निर्माणाधीन बांध के संबंध में वस्तुस्थिति जल संसाधन विभाग से जानी और निरंतर सम्पर्क में रहकर आवश्यक निर्देश दिए। जैसे ही अत्यधिक बारिश हो जाने के कारण निर्माणाधीन बांध में पानी रिसने की जानकारी 11 अगस्त को धार जिला प्रशासन को मिली,जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित विभागों को निर्माणाधीन बांध की स्थिति से अवगत करवाया गया। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय को भी सूचित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 11 – 12 अगस्त की रात से ही निर्माणाधीन बांध से पानी रिसने का संज्ञान लेते हुए तुरंत कमिश्नर इंदौर सहित संबंधित विभागों के प्रमुख सचिव को आवश्यक निर्देश दिए। सभी संबंधित विभाग और वरिष्ठ अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान, गुरूवार रात से ही निर्माणाधीन बांध से पानी रिसने के बाद चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन को मॉनिटर करते रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट को भी क्षेत्र में जाने के निर्देश दिए।
आपदा दल पहुंचे बांध क्षेत्र में
कल ही धार के कारम डेम साइट के लिए 5 कॉलम आर्मी के रवाना हो गए थे। इनमें से एक कॉलम इंजीनियरिंग कॉलम का भी शामिल है। प्रत्येक कॉलम में लगभग 40 जवान शामिल होते हैं। एनडीआरएफ के महानिदेशक ने गृह विभाग को अवगत करवाया कि एनडीआरएफ की 3 अतिरिक्त टीम एक भोपाल से ,एक वड़ोदरा से, एक सूरत से बचाव सामग्री के साथ दिल्ली से धामनोद के लिए रवाना की गई हैं। प्रत्येक टीम में 30-35 प्रशिक्षित बचाव कर्मी होते हैं। इसके अलावा एसडीआरएफ के 8 अतिरिक्त दल गए हैं। प्रत्येक दल में 10-12 सदस्य होते हैं। प्रदेश के अन्य ज़िलों से और भोपाल से महानिदेशक होमगार्ड द्वारा दल रवाना किए गए। एयर फोर्स के 2 हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की गई। कल से इंदौर संभाग और धार ज़िले के सभी सम्बंधित उच्च अधिकारी रात में धामनोद और बांध की साइट पर ही रुके हैं। ये सभी बचाव कार्यो की सतत निगरानी कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी को दी जानकारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के साथ ही केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी धार जिले के निर्माणाधीन बांध में रिसाव और क्षेत्र के निवासियों की रक्षा के संबंध में जानकारी दी। उन्हें बताया गया कि एक डायवर्सन मार्ग द्वारा बांध के जल को अन्य दिशा में प्रवाहित करने की कार्यवाही प्रारंभ की गई है।
सुबह से प्रारंभ बैठक चली देर शाम तक, मुख्यमंत्री श्री चौहान की निरंतर नजर
मुख्यमंत्री श्री चौहान निर्माणाधीन बांध के संबंध में पूरी स्थितियों पर निरंतर नजर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धार और खरगोन दोनों जिलों के कलेक्टर को जनता की सुरक्षा के लिए निर्देश दिए। इसके साथ ही निर्माणाधीन बांध में कट लगाकर मार्ग डायवर्ट करने की कार्रवाई को मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाइव वीडियो द्वारा देखा और वरिष्ठ अधिकारियों को सेना, एनडीआरफ, एसडीआरएफ के दल क्षेत्र में तैनात रखने के निर्देश दिए। आमजन को किसी भी तरह का कष्ट न हो। सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा।
रिक्त करवाए गए बांध के निकटस्थ ग्राम
धार जिले में निर्माणाधीन बांध से जल रिसाव की दुर्घटना की आशंका को देखते हुए संबंधित ग्रामों के निवासियों को हटा दिया गया है। पहले ग्रामवासियों द्वारा असहयोग की बात सामने आई थी लेकिन पूरी स्थितियों को देखते हुए क्षेत्र के लोग शिफ्ट होने को तैयार हुए। मवेशियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की गई। इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे।
शिविर में की गई व्यवस्था
धार जिले के दुर्घटना आशंका ग्रस्त ग्रामों को रिक्त करवाकर निवासियों को राहत शिविरों में भेज दिया गया है। उनके लिए भोजन और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गईं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर धार से ग्राम वासियों को शिविरों में ठहराने के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और पूर्व में दिए निर्देशों के अनुपालन का विवरण प्राप्त किया। निवासियों के साथ ही क्षेत्र के पालतू मवेशी भी स्थानांतरित किए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कल ही प्रशासन को सभी नागरिकों के साथ ही मवेशियों को भी सुरक्षित जगह पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। कोई भी मवेशी बंधे न रह जाए, उनकी जिंदगी भी बचाई जाए।
परीक्षा की घड़ी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों से चर्चा में कहा कि यह परीक्षा की घड़ी है। सभी अपना कर्तव्य मुस्तैदी से पूरा करें। शिविरों में जरूरी सुविधाएं दी जाएं। कलेक्टर धार ने बताया कि ग्राम वासियों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। लोगों को सुरक्षित निकालने के कार्य में कोई कठिनाई नहीं आ सकी। जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग मिला। मौके पर मौजूद जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और औद्योगिक नीति और एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव से भी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर धार से कहा कि “पंकज जीवन में कभी-कभी ऐसे अवसर आते हैं जब हमको सामने आकर के सारी कठिनाइयों से लड़ना होता है। अपनी बुद्धिमत्ता का प्रयोग करते हुए अपनी तत्परता का प्रयोग करते हुए हमें पशुधन जनधन की रक्षा करनी है पूरी हिम्मत के साथ।” मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा जनप्रतिनिधियों के सहयोग से खतरे में आए गांव के लोगों को तत्काल अन्य जगह ले जाएं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर धार से कहा कि युद्ध स्तर पर कार्य करें। आम जनता को सुरक्षित निकाल कर ले जाए। यह हमारा परीक्षा की घड़ी है। पूरी हिम्मत से लगे रहें। जनता के साथ ही मवेशियों की जीवन रक्षा भी हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खरगौन कलेक्टर से भी दूरभाष पर चर्चा की। निर्माणाधीन बांध से पानी रिसने के कारण धार जिले के 12 और खरगौन जिले के 6 इस तरह 18 ग्रामों के प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर, धार और अन्य अधिकारियों की हिम्मत बढ़ाते हुए कहा कि ग्राम वासियों की सुरक्षा का कार्य होने तक आप सजग और सक्रिय रहें मोर्चे पर डटे रहें सरकार आपके साथ हैं।