अकादमिक तथा फील्ड प्रशिक्षण पूरी तन्मयता से प्राप्त करें। गंभीरता, व्यावसायिक दक्षता, कठोर परिश्रम, ईमानदारी, संतुलित आचरण तथा सद्व्यवहार से ही आप आदर्श पुलिस अधिकारी हो सकेंगे। उक्त उद्गार डीजीपी श्री सुधीर सक्सेना ने आज सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद से मध्यप्रदेश आए प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों से पुलिस मुख्यालय भोपाल में भेंट के दौरान व्यक्त किए। उल्लेखनीय है कि भारतीय पुलिस सेवा के 19 अधिकारियों तथा दो अन्य देश के पुलिस अधिकारियों का दल Study Cum Cultural Tour भारत दर्शन के दौरान मध्यप्रदेश भ्रमण पर है। इस दल में एक अधिकारी मालदीव पुलिस सेवा तथा एक अधिकारी मॉरीशस पुलिस सेवा के भी सम्मिलित थे।
डीजीपी श्री सक्सेना ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस ने कई गौरवशाली कार्य करते हुए प्रदेश ही नहीं देश भर में गंभीर चुनौतियों का समाधान करने में उत्कृष्ट कार्य प्रदर्शन किया है। मध्यप्रदेश में डकैत समस्या का उन्मूलन, आसामाजिक तथा राष्ट्रविरोधी संगठनों के विरूद्ध लगातार प्रभावी कार्यवाही, नक्सली समस्या के समाधान तथा महिला सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों की भी जानकारी दी। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में जन अपेक्षाएं भी बड़ी हैं अत: व्यावसायिक उत्कृष्टता, पारदर्शिता एवं व्यवहार कुशलता से ही आप इन अपेक्षाओं पर खरे उतर सकते हैं।
डीजीपी ने कहा कि आपकी व्यावसायिक दक्षता ही आपको नेतृत्व क्षमता दे पाएगी इसलिए अकादमिक एवं फील्ड प्रशिक्षण पूरी गंभीरता से लें। कानूनी प्रावधानों की अद्यतन जानकारी रखें। विवेचना विधि अनुसार करें। आमजन से सतत् और अच्छा संवाद एवं अच्छा व्यवहार आपको सफल पुलिस अधिकारी बनने में सहायक होगा।
इस अवसर पर विशेष पुलिस महानिदेशक श्री जी.पी. सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, श्री डी.श्रीनिवास राव, श्री आदर्श कटियार, श्री फरीद शापू सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। पुलिस उप महानिरीक्षक श्री तरूण नायक ने मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास पर प्रेजेंटेशन दिया। कार्यक्रम का संचालन उप निदेशक मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भौंरी श्री मलय जैन तथा आभार मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भौंरी के सहायक निदेशक श्री नीरज पाण्डेय ने किया।