देवास में एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिये कार्यशाला आयोजित
मध्यप्रदेश के देवास जिले को मध्यप्रदेश का एक्सपोर्ट हब बनाने के लिए देवास जिले में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने तथा जिले से बांस, इंजीनियरिंग और फार्मा प्रोडक्ट ज्यादा से ज्यादा एक्सपोर्ट करने के लिए उद्यमियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
कार्यशाला में सचिव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम श्री पी नरहरि ने कहा कि मध्यप्रदेश में एक्सपोर्ट के लिए काम किया जा रहा है। एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही है। यूक्रेन-रशिया युद्ध में मध्यप्रदेश ने यूरोप में गेहूँ का एक्सपोर्ट किया, जिससे किसानों को फायदा हुआ। एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए टास्क फोर्स बनाई गई है। प्रदेश में पर्याप्त रॉ मटेरियल है, टैलेंट है, जिनका एक्सपोर्ट कर सकते हैं, जिससे प्रदेश का और विकास होगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा एक्सपोर्ट एक्शन प्लान बनाया जा रहा है। हमारा उद्देश्य प्रोडक्ट्स को इंटरनेशनल मार्केट के लिए तैयार करना है। एक जिला-एक उत्पाद के अंतर्गत जिलों से अलग-अलग उत्पादों का चयन किया गया है। इन उत्पादों को इंटरनेशनल मार्केट में एक्सपोर्ट किया जाएगा। प्रोडक्ट की क्वालिटी इंटरनेशनल स्तर की बनाई जा रही है। कार्यशाला में मंथन से आये सुझाव पर कार्य किया जायेगा।
कार्यशाला में उद्योगपतियों ने प्रेजेंटेशन दिया और अपने-अपने अनुभव साझा किये। आर्टिशन एग्रोटेक के देवोपम मुखर्जी ने कहा कि देवास को प्रदेश में बांस की केपिटल बनाना है। यहाँ सर्वाधिक डेन्सिटी वाला कटंग बांस होता है। उन्होंने बताया कि बांस की फसल से किसानों को तो लाभ होता है साथ ही पर्यावरण को भी लाभ होता है।
कार्यशाला में एमएसएमई द्वारा किए जा रहे कार्यों और विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई। उद्योगपतियों ने अपनी समस्याओं को साझा किया।
कार्यशाला में पैनल डिस्कशन किया गया, उद्यमियों की समस्याओं को जाना। कार्यशाला में प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम श्री पी. नरहरि, कलेक्टर श्री चन्द्रमौली शुक्ला, श्री विक्रम सिहं पवार, नगर निगम आयुक्त श्री विशाल सिंह चौहान, डायरेक्टर ईईपीसी श्री रजत श्रीवास्तव, श्री गिरीश मंगला, श्री रवि तिवारी, श्री जी.के. मिश्रा सहित संबंधित विभाग के अधिकारी, जिले के उद्योगपति उपस्थित थे।