- अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन संस्थान में हुए युवा संवाद में मुख्य सचिव श्री बैंस जब तक आपमें जज्बा है, कुछ करने का जुनून है, तब तक आप युवा हैं। केवल उम्र से युवा नहीं होते हैं। मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश श्री इकबाल सिंह बैंस ने यह बात अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में हुए युवा संवाद में कही। उन्होंने कहा कि मेकडोनाल्ड ने 62 वर्ष की उम्र में रेस्तराँ की फूड चेन शुरू की थी। किसी की नकल नहीं करें
अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन संस्थान में हुए युवा संवाद में मुख्य सचिव श्री बैंस
जब तक आपमें जज्बा है, कुछ करने का जुनून है, तब तक आप युवा हैं। केवल उम्र से युवा नहीं होते हैं। मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश श्री इकबाल सिंह बैंस ने यह बात अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में हुए युवा संवाद में कही। उन्होंने कहा कि मेकडोनाल्ड ने 62 वर्ष की उम्र में रेस्तराँ की फूड चेन शुरू की थी।
किसी की नकल नहीं करें
मुख्य सचिव श्री बैंस ने कहा कि सफलता के लिये “रिस्क एपेटाइट” होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी की नकल नहीं करें। नकल करने पर आप, आप नहीं रहते। अपना रास्ता स्वयं बनायें, आप क्या हो, इसे पहचानों और वही बनो।
सफल होने से जरूरी है ज्वायफुल होना
श्री बैंस ने युवाओं से कहा कि जिंदगी में सफल होने से जरूरी है ज्वायफुल होना। उन्होंने कहा कि अगर ज्वायफुल रहेंगे, तो सफलता अपने आप मिलेगी।
सचिव केपेसिटी बिल्डिंग कमीशन नई दिल्ली श्री हेमंग जॉनी ने कहा कि भारत सबसे युवा देश है। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह एक स्टार्टअप यूनिकॉन बनता है। अब स्टार्टअप को चलाने के लिये पैसे देने वालों की लाइन लगी है। उन्होंने बताया कि यूपीआई और आधार जैसी चीजें युवाओं ने ही बनाई हैं। कम्प्यूटिंग जैसे-जैसे बढ़ रही है, उसी तरह उसकी उपयोगिता भी बढ़ रही है।
टेक्नालॉजिकल माइंडसेट होना जरूरी
श्री जॉनी ने कहा कि टेक्नालॉजी लोगों की समस्याएँ कम करती है, सहूलियतें बढ़ाती हैं। उन्होंने कहा कि “टेक्नालॉजी इज द न्यू ह्यूमेनिटी”। आर्ट के विषय पढ़ें या विज्ञान के, टेक्नालॉजी के बिना संभव नहीं है। श्री जॉनी ने ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग के बारे में भी चर्चा की। श्री जॉनी ने युवाओं से कहा कि आप हमेशा अपडेट और अपग्रेट रहें।
संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि शोध के कार्यों को समाज से जोड़ने के लिये युवा संवाद की श्रंखला शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि विजन-27 पर संस्थान कार्य कर रहा है। विभिन्न 38 विश्वविद्यालयों से संस्थान ने एमओयू किया है। लक्ष्य राज्य की प्राथमिकताओं और योजनाओं से युवाओं को जोड़ने का है।
स्टार्टअप चाय सुट्टा बार के संचालक श्री अनुभव दुबे ने अपनी सफलता के सोपानों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1500 से अधिक परिवार हमसे जुड़े हुए हैं। डेढ़ सौ करोड़ से ज्यादा का कारोबार है। देश के साथ ही विदेशों में भी चाय सुट्टा बार संचालित हैं।
कार्यक्रम में निनाद अधिकारी ने संतूर वादन और विजय वंदेवार एवं समूह ने आदिवासी सैलागेढ़ी नृत्य प्रस्तुत किया। संस्थान के सीईओ श्री प्रतीक हजेला ने युवा संवाद आयोजन की रूप रेखा बताई। संस्थान के एडिसनल सीईओ श्री लोकेश शर्मा ने आभार माना।