कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से हो पालन
जनता को करें जागरूक और टीकाकरण में लाएँ गति
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की कोरोना नियंत्रण की समीक्षा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के केस अप्रत्याशित बढ़ रहे हैं। एक सप्ताह में लगभग 12 गुना वृद्धि हुई है। कल ही प्रदेश में 74 हजार टेस्ट किये गये, जिनमें 1577 केस पॉजिटिव आये हैं। इस स्थिति को देखते हुए कोरोना संक्रमण के प्रति पूरी सावधानी रखने की जरूरत है। सभी जिलों में प्रतिबंधात्मक निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराया जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान शनिवार को मंत्रालय में कोरोना नियंत्रण एवं उपचार व्यवास्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान सहित अधिकारी उपस्थित थे। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी वर्चुअली शामिल हुए।
तेजी से करें बच्चों का वैक्सीनेशन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण कार्य में गति लाई जाए। प्रभारी अधिकारी इसकी मॉनिटारिंग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिलेवार टीकाकरण कार्य की समीक्षा की और टीकाकरण से शेष रहे नागरिकों वैक्सीन की डोज लगाना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्योपुर, बड़वानी, ग्वालियर सहित अन्य जिलों में टीकाकरण की गति में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी तक लक्ष्ति समूह के शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण पूरा किया जाये।
जिले के ट्रेंड के अनुसार करें तैयारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी प्रभारी अधिकारी जिले में कोरोना ट्रेंड के अनुसार सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की तैयारी करें, जिससे समय रहते उपचार की व्यवास्था सुनिश्चित हो सके। प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिलों में जिला प्रशासन से सतत सम्पर्क रहे और आवश्यतानुसार सुविधाएँ उपलब्ध करवायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सोमवार को पुन: समीक्षा की जाएगी। बैठक में उपस्थित केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर का मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वागत किया।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया की प्रदेश में प्रतिदिन 70 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। अस्पतालों में बेड, दवाओं की व्यवस्था और कोविड केयर सेंटर्स में भी आवश्यक व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स में एक से सवा लाख बिस्तरों की क्षमता निर्मित कर दी गई है। प्रदेश में फीवर क्लीनिक शुरू किये जा चुकें हैं।