स्वास्थ्य आयुक्त मध्यप्रदेश शासन आकाश त्रिपाठी ने बताया कि आज प्रदेश में 22 प्रकरण आए हैं। कल 18 प्रकरण सामने आए थे। जबलपुर और सागर में जो पॉजिटिव प्रकरण सामने आए हैं उनमें कुछ रोगी अधिक आयु के हैं।
कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य भी किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा यह संकेत है कि हम सावधान हो जाएं। जन जागरूकता की गतिविधियों में कमी नहीं लाना है। जिस भी व्यक्ति को। स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत है ,अस्पताल जाकर परामर्श लेना चाहिए। प्रतिदिन कुछ पॉजिटिव केस जिन जिलों में आ रहे हैं,ऐसे प्रकरणों पर निगाह रखी जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य और प्रभारी मंत्री परस्पर संवाद कर संक्रमण के स्थिति का जायजा लेते रहें। इसे खतरे की घंटी माने और सभी सावधान हों। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सागर और जबलपुर कलेक्टर से भी चर्चा की और उनके जिलों में आए पॉजिटिव प्रकरणों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा प्रतिदिन मॉनिटर किया जाए, कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जाए ताकि आवश्यक उपायों को लागू कर संक्रमण न फैले ,इसे सुनिश्चित किया जा सके।
प्रदेश में सितंबर माह के अंत तक लग जाएंगे 160 ऑक्सीजन संयंत्र
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में विभिन्न मदों से 190 ऑक्सिजन प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य है। यह कार्य प्रगति पर है। वर्तमान में 88 संयंत्र लगाए जा चुके हैं। कुल 18 इंस्टॉल हो गए हैं ।चालीस यंत्र प्रदाय किए जा चुके हैं। अन्य 44 संयंत्र के कार्य में भी प्रगति है ।लोक निर्माण विभाग ,यूनिसेफ ,पीएम केयर , कोल इंडिया, रेलवे आदि संस्थानों के सहयोग से भी ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आने वाले समय में सभी संभावित आवश्यकताओं को देखते हुए ऑक्सिजन संयंत्र ऑपरेशनल स्थिति में हों, यह सुनिश्चित किया जाए।इनका कार्य शीघ्र पूर्ण कर लिया जाए ।
बैठक में वैक्सीनेशन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि मध्य प्रदेश 72 प्रतिशत प्रथम डोज वैक्सीनेशन कार्य पूर्ण कर गुजरात के बाद देश के दूसरे अग्रणी प्रांत में शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रभारी अधिकारियों से भी चर्चा की । जिन जिलों में 50% के आसपास वैक्सीनेशन कार्य हुआ है,उनमें वेकसीनेशन के कार्य को रफ्तार दी जाए। यह जिले हैं, धार , भिंड , सतना और श्योपुर। प्रदेश के इंदौर और भोपाल वैक्सीनेशन में सबसे आगे हैं। आगर मालवा और सीहोर जिले भी 85 से 90 प्रतिशत पात्र नागरिकों का वैक्सीनेशन करवाकर अग्रणी जिलों में शामिल हैं। प्रदेश में 4 .89 करोड़ नागरिक ( 18 वर्ष से अधिक आयु के) वैक्सीनेशन के पात्र हैं।