कमलनाथ युग में केवल अपराधियों को डरने की जरूरत, ऐसे किसी भी व्यक्ति को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं, जिसकी ‘दाढ़ी में तिनका न हो’: शोभा ओझा
शिवराज सिंह का यह कहना हास्यास्पद है कि मैं कमलनाथ सरकार से नहीं डरता
कमलनाथ युग में केवल अपराधियों को डरने की जरूरत, ऐसे किसी भी व्यक्ति को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं, जिसकी ‘दाढ़ी में तिनका न हो’: शोभा ओझा
भोपाल, 06 दिसम्बर, 2019
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग की अध्यक्षा श्रीमती शोभा ओझा ने आज जारी अपने बयान में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने बेहद ही निम्नस्तरीय भाषा का प्रयोग करते हुए कहा है कि ‘सुन लो कमलनाथ, हम इंदिरा जी से नहीं डरे, इमरजेंसी के समय जेलों में रहे, तुम किस खेत की मूली हो।’ श्रीमती ओझा ने कहा कि शिवराज के उक्त बयान से साफ हो गया है कि प्रदेश में अपनी सत्ता छिन जाने का उन्हें गहरा आघात लगा है, जिसके परिणामस्वरूप वे धीरे-धीरे अपना मानसिक संतुलन भी खोते जा रहे हैं।
आज जारी अपने बयान में शिवराज सिंह के हास्यास्पद बयान पर उक्त प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्रीमती ओझा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जिस तरह अपने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को हाशिए पर धकेलती जा रही है, उससे शिवराज सिंह को गहरा सदमा लगा है और अपना अस्तित्व बचाने के साथ ही अपना वर्चस्व दिखाने की होड़ में, वे ऐसे अनर्गल बयान दे रहे हैं जिससे जनता के मन में लगातार उनकी नकारात्मक छवि बनती जा रही है।
श्रीमती ओझा ने अपने बयान में आगे कहा कि भाजपा के नेता इमरजेंसी के दौरान जेलों में रहने के किस्से ऐसे सुनाते हैं मानो वे किसी स्वाधीनता संग्राम में जेल गए थे, दरअसल यह उनकी वही हीन भावना है, जो स्वाधीनता संग्राम में उनकी विचारधारा के शून्य ने योगदान की याद दिलाते हुए उन्हें कचोटती रहती है, लिहाजा वे इमरजेंसी में मिली जेल को ही स्वाधीनता संग्राम की यातनाओं और कुर्बानियों के बराबर समझते हैं। भाजपा के नेता कुछ भी सोचें परंतु स्वाधीनता संग्राम के दौरान उनकी विचारधारा के नकारात्मक योगदान का काला अतीत कभी भी उनका पीछा नहीं छोड़ने वाला।
अपने बयान के अंत में श्रीमती ओझा ने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार किसी को डराने की राजनीति नहीं कर रही, कमलनाथ युग में केवल मिलावटखोरों, माफियाओं, चोरों, डकैतों, भ्रष्टाचारियों और अपराधियों को ही डरने की जरूरत है और ऐसे किसी भी व्यक्ति को बिल्कुल भी घबराने की आवश्यकता नहीं है ‘जिसकी दाढ़ी में तिनका’ नहीं है।