मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के प्रश्न-पत्र में भील समुदाय के संदर्भ में पूछे गए प्रश्न गैर-जिम्मेदाराना, तथ्यहीन और निंदनीय

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के प्रश्न-पत्र में भील समुदाय के संदर्भ में पूछे गए प्रश्न गैर-जिम्मेदाराना, तथ्यहीन और निंदनीय

’इस देश की आजादी के आंदोलन और उसके विकास में, भील जनजाति और उसके महानायकों का योगदान, कभी भुलाया नहीं जा सकता: शोभा ओझा’

भोपाल, 13 जनवरी, 2020
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्षा श्रीमती शोभा ओझा ने आज जारी अपने वक्तव्य में बताया कि मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के प्रश्न-पत्र में भील समुदाय के संदर्भ में पूछे गए प्रश्न पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना, तथ्यहीन और निंदनीय हैं।

कांग्रेस पार्टी ने हमेशा सभी जनजातियों का सम्मान किया है और भारत की सांस्कृतिक विरासत व स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को शिद्दत से महसूस करते हुए सर्वदा ही उसकी सराहना की है। कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकार एमपीपीएससी के प्रश्न-पत्र में पूछे गए उक्त गैर-वाजिब प्रश्नों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए प्रदेश के जनजातीय समुदायों सहित सभी नागरिकों को यह विश्वास दिलाती है कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों और अधिकारियों की भूमिका की जांच कर कड़ी दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।

अपने बयान के अंत में श्रीमती ओझा ने कहा कि हम इस तथ्य को भूल नहीं सकते हैं कि जब कुछ विचारधाराएं स्वाधीनता संग्राम को कमजोर करने का प्रयास कर रही थीं, तब बिरसा मुंडा, टंट्या भील और वीर नारायण सिंह जैसे आदिवासी महानायक, इस देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर रहे थे।

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