शिवराज सिंह चौहान के द्वारा दलित महिला से हुए दुष्कर्म के आरोपी का पक्ष लेना स्तब्धकारी और निंदनीय
शिवराज सिंह चौहान के द्वारा दलित महिला से हुए दुष्कर्म के आरोपी का पक्ष लेना स्तब्धकारी और निंदनीय
‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ की बात करने वाली पार्टी का हर बार यूं दुष्कर्म के आरोपियों के पक्ष में खड़े हो जाना शर्मनाक: शोभा ओझा
भोपाल, 10 जनवरी, 2020
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्षा श्रीमती शोभा ओझा ने आज जारी अपने वक्तव्य में बताया कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अशोकनगर में हुए दलित महिला के बलात्कार के आरोपी के पक्ष में सभा करने का फैसला, स्तब्ध कर देने वाला और शर्मनाक है। शिवराज के इस निर्णय से एक बार फिर यह सिद्ध हो गया है कि महिला अत्याचारों के मामले में पूरी भाजपा का ही चरित्र दोहरा है। एक ओर तो वह ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ की बात करती है, वहीं दूसरी ओर कुलदीप सेंगर, चिन्मयानंद जैसे दुष्कर्म के आरोपियों के पक्ष में पूरी बेशर्मी से खड़ी नजर आती है।
आज जारी अपने वक्तव्य में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कठघरे में खड़ा करते हुए श्रीमती ओझा ने आगे कहा कि अशोकनगर के जिला भाजपा मीडिया प्रभारी देवेन्द्र ताम्रकार पर एक दलित महिला द्वारा बलात्कार का आरोप, बेहद संगीन है, आरोप है कि ताम्रकार ने उस दलित महिला को सिंगरौली ले जाकर, उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया, पुलिस की जांच और अदालती फैसले के पूर्व ही शिवराज सिंह द्वारा बलात्कार के उक्त आरोपी के पक्ष में यूं खडे हो जाना, पूरी तरह से निंदनीय और शर्मनाक है, उनके इस कदम से पूरी भारतीय जनता पार्टी ही, एक बार फिर, महिला अत्याचारों को लेकर कठघरे में खड़ी हो गई है।
अपने बयान के अंत में श्रीमती ओझा ने यह भी कहा कि यह समूची भाजपा का ही चरित्र बनता जा रहा है कि जहां कहीं बलात्कार की घटनाओं में, भाजपा से जुड़े लोगों का नाम सामने आता है, वहां भाजपा के शीर्ष नेताओं सहित पूरी पार्टी ही दुष्कर्म के आरोपियों के पक्ष में खड़ी हो जाती है। शिवराज सिंह के कार्यकाल के दौरान इंदौर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जब ट्विंकल डागरे के दुष्कर्म और हत्या के आरोपी जगदीश करोतिया और उसके लड़कों के पक्ष में न केवल शिवराज सहित पूरी पार्टी खड़ी रही बल्कि आरोपियों की गिरफ्तारी भी स्थानीय विधायक के दबाव में नहीं हो पाई, अंततः उनकी गिरफ्तारी तभी संभव हो पाई, जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी, लिहाजा दुष्कर्म जैसे संगीन मामलों में भाजपा का चाल-चरित्र और चेहरा पूरी तरह से जनता के सामने बेनकाब हो चुका है और शिवराज सिंह ने अपने ताजा कारनामे से भाजपा के उसी चरित्र पर, अपनी भी मुहर लगा दी है।