जिनके शासनकाल में शौचालय तक भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गये, वो शिवराज सिंह सिखा रहे हैं कमलनाथ सरकार को नैतिकता का पाठ : शोभा ओझा
भोपाल, 10 फरवरी, 2020
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग की अध्यक्षा श्रीमती शोभा ओझा ने आज जारी अपने वक्तव्य में बताया कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीट के जरिए जो यह कहा है कि “मध्यप्रदेश प्रशासन में अराजकता का माहौल है। व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं, ऐसा लग रहा है कि जनता के हित, कांग्रेस के राजनैतिक हितों की बलि चढ़ जाएंगे।” यह दरअसल शिवराज सिंह चौहान द्वारा अपने ही जंगलराज का विवरण देकर उसका वर्णन किया गया है क्योंकि उनके पूरे कार्यकाल में व्यापमं, डंपर, अवैध खनन, सिंहस्थ, ई-टेंडरिंग, मध्यान्ह भोजन, पेंशन और पौधारोपण घोटाले तो हुए ही लगभग 540 करोड़ रुपये का स्वच्छ शौचालय घोटाला भी हुआ, जिसमे सरकार और अधिकारियों की मिलीभगत से 4 लाख 50 हजार शौचालयों को ही गायब कर दिया गया था।
आज जारी अपने वक्तव्य में श्रीमती ओझा ने आगे बताया कि शिवराज सिंह चौहान का पूरा कार्यकाल ही घपलों और घोटालों का “अंधकार-युग” था, जिसमें मंत्री, सरकार और अधिकारी शिवराज सिंह के खुले संरक्षण के कारण बेखौफ होकर भ्रष्टाचार में लिप्त रहे।
श्रीमती ओझा ने अपने बयान में आगे कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि मध्यप्रदेश को खुले में शौच मुक्त(ओडीएफ) करने के झूठे दावों के साथ, पूरे-पूरे पृष्ठों के विज्ञापन, पिछली शिवराज सरकार ने समाचार-पत्रों में जारी किये थे, जिनकी पोल इस हालिया खुलासे के बाद खुल गई है कि प्रदेश में जितने शौचालयों के निर्माण की बात पिछली सरकार कह रही थी, उसमें से लगभग 540 करोड़ रुपये के 4.5 लाख शौचालय अस्तित्व में ही नहीं आये थे। इसका सीधा-सीधा अर्थ है कि प्रथम दृष्टया ही यदि लगभग 540 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है तो यह निश्चित है कि विस्तृत जांच के बाद, यह आंकड़ा और बड़ा होगा। इस गंभीर खुलासे के बाद एक बात और पूरी तरह से स्पष्ट हो गई है कि शिवराज सिंह और मोदी जी के द्वारा खुले में शौच मुक्ति यानि ओडीएफ के दावे कितने खोखले थे।
अपने बयान के अंत में श्रीमती ओझा ने कहा कि वास्तविकता यह है कि जिस शिद्दत से कमलनाथ सरकार मध्यप्रदेश की जनता को दिए हुए अपने वचनों को पूरा करने में लगी है और प्रदेश के विकास का एक नया स्वर्णिम युग प्रारंभ कर चुकी है, उससे शिवराज सिंह सहित पूरी भाजपा बौखला गई है और अपनी इसी बौखलाहट के चलते वह कमलनाथ सरकार को घेरने की असफल कोशिशें कर रही है लेकिन कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश की जनता के लिए किसान कर्जमाफी, बिजली बिलों में कटौती, कन्या विवाह की राशि बढ़ाई जाने जैसी अनेकों कल्याणकारी योजनाओं के साथ ही माफियाओं पर की गई असरकारी और अभूतपूर्व कार्यवाही से लाभान्वित प्रदेश की जनता अब भाजपा के किसी झांसे में आने वाली नहीं है।