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अंग्रेजी न्याय व्यवस्था से संतुष्ठ नहीं थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस

अंग्रेजी न्याय व्यवस्था से संतुष्ठ नहीं थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस
आईसीएस की नौकरी छोड़, देश की आजादी में दिया योगदान

भोपाल, 23 जनवरी 2020

प्रदेश कांगे्रस मुख्यालय में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 123 वी जयंती पर कांगे्रसजनों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें पुष्पांजलि दी तथा उनके जीवन मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए उनका पुण्य स्मरण किया।
प्रदेश कांगे्रस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने सुभाषचंद्र बोस को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश को आजाद कराने के लिए जो जोश और जज्बा नेताजी में था वर्तमान समय में देश को बर्बाद की कगार पर ले जा रहे लोगों की विचारधारा से लड़ने के लिए उसी जोश और जज्बे की आवश्यकता हमें हैं, कुछ चंद लोग देश के संविधान से खिलवाड़ कर देश का नक्शा बदलने पर उतारू हैं। हमें गांधी जी के सद्मार्ग पर चलकर ऐसे लोगों का मुकाबला करना है।

उपाध्यक्ष प्रकाश जैन ने कहा कि नेताजी स्कूल शिक्षा के समय से ही मेधावी रहे। आईसीएस सर्विस की परीक्षा पास कर उन्होंने नौकरी की, लेकिन अंगे्रजी न्याय व्यवस्था से वे संतुष्ठ नहीं थे और नौकरी छोड़कर देश सेवा का संकल्प लिया। राष्ट्र भक्त होने के नाते उनकी अपनी सोच थी कि देश आजाद होना चाहिए। उन्होंने उसी सोच के चलते आजाद हिन्द फौज का गठन किया और आजादी के समर में कूद पड़े।

महामंत्री राजीव सिंह ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी के लिए जो योगदान दिया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता, वे गरम दल के नेता थे, परंतु गांधी जी के विचारों से बहुत प्रभावित थे और गांधी जी के मार्गदर्शन में उन्होंने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया।

पुष्पांजलि कार्यक्रम में प्रदेश कांगे्रस के पदाधिकारीगणों में आभा सिंह, मंजू राय, जे.पी. धनोपिया, रवि सक्सेना, विभा पटेल, ब्रजभूषण नाथ, आनंद तारण, संगीता शर्मा, राजेन्द्र बब्बर, जयश्री हरिकरण, जितेन्द्र मिश्रा, जिला कांगे्रस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, विवेक त्रिपाठी, नूर बेग, प्रेमलता सेनी, राजलक्ष्मी नायक, गीता मिश्रा, महेश मालवीय, रामशरण सिंह राणा सहित बड़ी संख्या में कांगे्रसजन उपस्थित थे।

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