पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, नेता प्रतिपक्ष भार्गव व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजगढ़ जा रहे हैं , साथ में हार, सम्मान पत्र व माफ़ीनामा भी ले जावे
वहां जाकर कर्तव्यों व क़ानून के पालन में ईमानदारी दिखाने वाली जाबाँज महिला अधिकारियों का सम्मान भी करे एवं अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं के उनके प्रति अपमानजनक व्यवहार के लिए उन्हें माफ़ीनामा सौंपकर , उनसे माफी भी माँगे।
इससे उनकी पार्टी की महिलाओं के प्रति सोच व सम्मान का पता चलेगा : नरेंद्र सलूजा
भोपाल -21 जनवरी 2020
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि राजगढ़ ज़िले में सीएए कानून के समर्थन में बगैर अनुमति, कानून का उल्लंघन कर निकाली गई भाजपा की रैली में भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हिंसक प्रदर्शन ,महिला अधिकारियों के अपमान के मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ,भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह,नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय 22 जनवरी को राजगढ़ पहुंच रहे हैं।
इन नेताओं को साथ में हार , सम्मान पत्र व एक माफ़ीनामा भी साथ में ले जाना चाहिये।वहाँ जाकर उन्हें निर्भीकता , ईमानदारी से कानून व कर्तव्यों का पालन व सम्मान करने वाली जाबाँज महिला अधिकारियों का सबसे पहले सम्मान करना चाहिए और उसके बाद भाजपा के नेताओं-कार्यकर्ताओं द्वारा बग़ैर अनुमति के निकाली गई रैली के दौरान इन महिला अधिकारियों से किए गए अपमानजनक व अभद्र व्यवहार , इनके बाल खींचना , लात मारना ,कपड़े खींचना ,धमकाना जैसे घृणित कृत्यो के लिए माफ़ीनामा सौंपकर ,उनसे माफी भी मांगना चाहिए।इससे भाजपा की महिलाओं के प्रति सोच व सम्मान का पता चलेगा व समाज में अच्छा संदेश जायेगा कि भाजपा नेताओ के लिये अपनी पार्टी से पहले , क़ानून का व महिलाओं का सम्मान है।
सलूजा ने बताया कि बेहद आश्चर्यजनक है कि एक दिन पूर्व ही भाजपा का जांच दल राजगढ़ जाता है और अभी जांच दल की रिपोर्ट आयी ही नहीं और उसके पूर्व ही भाजपा नेताओ ने घोषणा कर दी कि इन अधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने हम राजगढ़ जाएंगे।जबकि जांच दल के सदस्यो द्वारा खुद राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट का ज्ञापन दे दिया गया है। उसके बाद भी अगले दिन भाजपा नेताओं का वापस रिपोर्ट लिखाने जाना यह बताता है कि भाजपा जानबूझकर क्षेत्र का माहौल खराब करना चाहती है।
पूर्व में भी सीएए के समर्थन के नाम पर ,बगैर अनुमति रैली निकालकर भाजपा ने क्षेत्र का माहौल खराब करने का काम किया और अभी भी निरंतर भाजपा इसी काम में लगी हुई है।
बेहद शर्मनाक है कि सोशल मीडिया पर महिला अधिकारियों के अपमान के व उनसे अभद्र व्यवहार के तमाम वीडियो फोटो सामने आ चुके हैं , सारी सच्चाई सामने आ चुकी है कि किस प्रकार महिला अधिकारियों के बाल खींचे गए ,उन्हें लात मारी गई ,उनके कपड़े खींचे गए ,उनसे अभद्र व्यवहार किया गया और उसके बावजूद किस प्रकार से कर्तव्यों के पालन में व कानून के पालन में महिला अधिकारियों ने जांबाजी दिखायी।देश भर में उन महिला अधिकारियों की प्रशंसा हो रही है , ऐसे में उन महिला अधिकारियों की हौसला अफजाई व मनोबल बढ़ाने की बजाय भाजपा के नेता उनके ख़िलाफ़ रिपोर्ट दर्ज कराने राजगढ़ जा रहे है।इससे भाजपा की महिलाओं के प्रति सोच व सम्मान का पता चलता है ?