उज्जैन के महाकाल मंदिर के विस्तार में अवरोध पैदा करना कैलाश विजयवर्गीय का लक्ष्य – नरेंद्र सलूजा
उज्जैन के महाकाल मंदिर के विस्तार में अवरोध पैदा करना कैलाश विजयवर्गीय का लक्ष्य – नरेंद्र सलूजा
कमलनाथ सरकार की महाकाल मंदिर की प्रस्तावित 300 करोड़ की विस्तारीकरण योजना में अवरोध पैदा करने के लिये , इंदौर शहर को आग लगा देने की धमकी देने वाले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय आज उज्जैन की शांत फिजा में आग लगाने उज्जैन पहुंचे
उज्जैन की स्थानीय जनता व श्रद्धालुओं ने ही उनके कार्यक्रम का बहिष्कार कर, उसे फ्लॉप कर बता दिया कि वह ऐसे कृत्यों के साथ नहीं है – नरेंद्र सलूजा
भोपाल -10 फरवरी 2020 –
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि कमलनाथ सरकार की उज्जैन के महाकाल मंदिर की 300 करोड़ की प्रस्तावित विस्तारीकरण की योजना में अवरोध पैदा करने के लिये , इंदौर शहर को आग लगा देने की धमकी देने वाले , भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय आज उज्जैन की शांत फिजा में आग लगाने उज्जैन पहुंचे। वहां उन्होंने जमकर भड़काऊ भाषण देते हुए शांत फ़िज़ा में जहर खोलने का काम किया। भाजपा चाहे जबलपुर की बात करें , सागर की बात करें या प्रदेश के अन्य शहरों की बात करें , सीएए के समर्थन के नाम पर प्रदेश की शांत फिजा बिगाड़ने में निरंतर प्रयासरत हैं।
सलूजा ने बताया कि महाकाल मंदिर के रास्ते के अवरुद्ध के नाम पर भाजपा भ्रम फैलाकर माहौल खराब करने में लगी हुई है , जबकि सच्चाई यह है कि महाकाल मंदिर जाने के कुल 8 रास्ते हैं।उसमें से बेगम बाग के जिस रास्ते को लेकर भाजपा भ्रम फैला रही है , उस रास्ते से महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए बड़ी कम संख्या में श्रद्धालु आते हैं और यह रास्ता धरने के बावजूद आने जाने वालों के लिए खुला हुआ है एवं यहाँ से चार पहिया वाहन तक आ जा रहे हैं। अभी तक किसी भी श्रद्धालु ने इस रास्ते को लेकर ना आपत्ति दर्ज कराई है और ना महाकाल मंदिर आने जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी अभी तक आयी है।उसके बावजूद भाजपा जानबूझकर इस मामले को तूल देकर प्रदेश की जनता को गुमराह व भ्रमित कर माहौल बिगाड़ने में लगी हुई है।उसके पीछे वास्तविक वजह यह है कि कमलनाथ सरकार ने महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण को लेकर 300 करोड़ की योजना बनाई है। जिससे बौखलाकर , एक अच्छे निर्णय में अवरोध खड़े करने के लिए भाजपा इस तरह के आंदोलन कर रही है।
सलूजा ने बताया कि इस सच्चाई को जानते हुए आज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने घोषणा के बावजूद इस आंदोलन से किनारा किया।5000 की संख्या की दावे वाले भाजपा के इस आंदोलन में मात्र 300 के करीब लोग ही शामिल हुए।स्थानीय जनता व श्रद्धालुओं ने भी इस सच्चाई को जान , इस आंदोलन से किनारा करते हुए खुद को दूर रख बता दिया कि वह भी महाकाल मंदिर के विकास में अवरोध खड़ा करने वालों व उज्जैन का माहौल खराब करने वालो के साथ नहीं है।
सलूजा ने बताया कि कैलाश विजयवर्गीय धरने से मुख्यमंत्री कमलनाथ जी को चुनौती दे रहे हैं , वे शायद वह सच्चाई भूल चुके हैं कि पूर्व में भी उन्होंने माफिया अभियान को लेकर भी चुनौती दी थी , उसका हश्र क्या हुआ ? जो कैलाश विजयवर्गीय हार के डर से महू विधानसभा छोड़कर भाग खड़े हुए और अपने पुत्र को एक विधानसभा सीट से बमुश्किल जिता पाए और जिसके कारण संभाग की सारी सीटों का दायित्व होने के बावजूद , संभाग में भाजपा को करारी हार दिलवायी , वह किस मुंह से इस तरह की बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं ?