मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निवास (देवरीकला), जिला मंडला में आयोजित ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना महासम्मेलन’ तथा मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार पत्रों के वितरण कार्यक्रम में में कहा की
– मेरे प्रिय बहनों और भाइयों आज लाड़ली बहना सम्मेलन में आप सभी का अभिवादन करता हूँ। मेरी बहनों को दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम करता हूँ
– आज मैं सबसे पहले लाड़ली बहना योजना के बारे में, मेरी बहनों को बताना चाहता हूँ।
– यह जिला ऐसा है जहां बेटियाँ ज्यादा जन्म लेती हैं, बेटियों का सम्मान करने वाला जिला है, यह बेटियों को आने से रोकता नहीं है। लेकिन एक दर्द है हमारे मध्यप्रदेश में भी पहले माँ, बहन,बेटियों के साथ न्याय नहीं हुआ।
– बेटे के जन्म पर मिठाई बांटी जाए और बेटी के जन्मदिन पर मायूस होते थे ,मैं ये हालत देखता था तो तकलीफ होती थी, मन पीड़ा से भर जाता था। बेटी के पैदा होने पर सास ताने मारती थी, बेटियों को कोख में मार दिया गया, ये पाप भी इस धरती पर हुआ है। बेटा और बेटी बराबर है।
– बेटी नहीं बचाओगे तो बहु कहा से लाओगे। बेटी जब तक जिंदा है,अपने परिवार अपने माँ बाप के लिए जिएगी,बेटी के बिना दुनिया नहीं चल सकती है।
– बचपन से ही मैंने अपने गाँव में बेटा और बेटी में अंतर होते देखा है,बेटियों के साथ अन्याय होते देखा था। मन रोता था, तकलीफ होती थी
– मैं सोचता था भगवान वो दिन कब आएगा जब बेटा और बेटी को बराबर माना जाए, पत्नी और पति को बराबर माना जाए ।
-सीएम ने कहा की जब मैं विधायक, सांसद था तो बेटियों की शादी करवाता था और जब मैं मुख्यमंत्री बना तो सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना बनाई और तय किया की बेटियों की चिंता मत करो बेटियों की शादी मामा करवाएगा, भाजपा की सरकार करवाएगी।
– 45 हजार रुपये का चैक देकर, शादी की व्यवस्था की जाएगी बेटी को बोझ नहीं रहने दूंगा, ये भाजपा की सरकार है।
– बहनों को सशक्त करना है तो उन्हें मान- सम्मान देना होगा इसलिए हमने तय किया,भाजपा ने तय किया प्रदेश की आधी सीटों पर बेटी और बहनें चुनाव लड़ेंगी, चाहे जिला पंचायत हो,चाहे पार्षद के हो।
– 50% आरक्षण के कारण मेरी बहनें जनपद अध्यक्ष है,जिला पंचायत सदस्य हैं,पार्षद हैं। बहनों को अधिकार हमने दिया और उनका सशक्तिकरण किया।
– एक ओर काम हमने किया महिलाओं के नाम रजिस्ट्री चार्ज कम करने का निर्णय लिया। मेरी बहनों के नाम प्रॉपर्टी खरीदोगे तो 1% शुल्क लगेगा और भाई के नाम होगी तो 3% शुल्क लगेगा। इसका परिणाम हुआ बहनों के नाम मकान,दुकान होने लगी।
– छोटी- छोटी चीजों के लिए बहनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसीलिए मन में विचार आया की शिवराज तू भी तो लाखों बहनों का भईया है।
– सगा भाई साल में एक बार उपहार देता है, मेरे मन में आया की तू भी भाई है,सालभर नहीं,हर महीने बहनों को 1 हजार रुपये दूंगा । हर महीने बहनों के खाते में 1 हजार आएंगे तो बहनों की जिंदगी संवर जाएगी।
– बहनों को साल में 12 हजार और साल में 60 हजार रुपये मिलेंगे, मेरी बहनों घर में अगर सास पेंशन मिल रही होगी तो उसे भी बढ़ाकर 1 हजार कर दूंगा।
– मंडला जिले में 1 लाख 80 हजार बहनों ने फार्म भर दिए हैं, 30 अप्रैल तक आवेदन भरें जाएंगे, चिंता मत करना मेरी बहनों सभी पात्र बहनों के आवेदन भरेंगे। जिनने नहीं भरा वो भी भर दें।
– जिनकी 5 एकड़ से कम जमीन है,चार पहिया वाहन न हो, 23 से 60 साल की उम्र हो वे सभी बहनें फार्म भर देना। – यह योजना बना के मेरी जिंदगी सफल हो गई, मेरा जीवन सफल हो जाएगा।
– 2017 में पहले बेगा, भारिया और सहरिया बहनों को पैसा देना शुरू किया था उनकी स्तिथि में सुधार हुआ तो मुझे लगा की सभी बहनों को पैसा देंगे इसलिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना शुरू की।
– 30 अप्रैल तक फार्म भरे जाएंगे, मई महीने में इनकी जांच हो जाएगी और 10 जून को आपके खाते में 1 हजार रुपया आ जाएंगे जो हर महीने आएंगे।
– हर बहन की कमाई प्रतिमाह 10 हजार रुपये हो इसलिए आजीविका मिशन बनाया है, इसके माध्यम से भी काम करना है, बहनों की आमदनी बढ़नी चाहिए, ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।
– कांग्रेस और कमलनाथ ने बेगा, भारिया और सहरिया बहनों के पैसा देना बंद कर दिया, कांग्रेस ने संबल योजना बंद कर दी,बहनों को लड्डू खाने के पैसा देता था वो भी कांग्रेस ने बंद कर दिए, कांग्रेस ने गरीबों की सभी योजना कांग्रेस ने बंद कर दी थी ।
– नशा, नाश की जड़ है इसलिए मध्यप्रदेश की धरती पर 1 अप्रैल से दारू के सभी आहाते बंद करने का निर्णय भी हमने लिया है।
– एक काम और हमने किया है बहनों के लिए मध्यप्रदेश की धरती पर किसी बेटी या बहन के साथ कोई दुर्व्यवहार करेगा, दुराचार करेगा तो सीधे फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया जाएगा।
– हर गाँव में 11-11 बहनों की लाड़ली बहना सेना बना लो,जो हर गलत बात के खिलाफ आवाज उठायेंगी,
– ये लाड़ली बहना बना कर मुझे लगा की मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हो गया, सबको मिलकर काम करना है, बुराई खत्म करेंगे अच्छाई को बढ़ाने का काम करेंगे।
– एक काम और हमने किया है मध्यप्रदेश में पेसा एक्ट लागू किया है, भगवान ने धरती,हवा, पानी सबके लिए बनाया है लेकिन कुछ लोग पिछड़ गए उन्हें बराबरी पर लाने के प्रयास चल रहे हैं।
– पेसा के अंतर्गत जमीन के अधिकार मिलेंगे, हर साल पटवारी को, फॉरेस्ट गार्ड को जमीन का नक्सा और खसरा , नकल गाँव में रखनी पड़ेगी। छल,कपट और धोखे ने जमीन हड़पने की कोशिश की तो ग्राम सभा उसे वापस दिलाएगी।
– गाँव में रेट,गिट्टी की खदान है तो उस पर आदिवासी सोसायटी, आदिवासी बहनों और उस गाँव में रहने वालों का हक पहला होगा।
– जो ग्राम सभा तेंदू पता तोड़ना चाहेगी वो खुद तोड़ेगी, भाई बहन को तेंदू पत्ता बेंचकर पैसा आपस में बाँट दिया जाएगा
– ये एक सामाजिक क्रांति है मेरे भाइयों और बहनों
– मजदूरी के लिए बाहर ले जाने वालों को गाँव में बताना पड़ेगा, नहीं बताएंगे तो मुकदमा चलेगा, हर मामले में गाँव में पुलिस नहीं आना नहीं चाहिए गाँव में ही पंच फैसला कर देंगे।
– पेसा किसी के खिलाफ नहीं है, पेसा गरीब को मजबूत करने के लिए है।
– हमने तय किया मध्यप्रदेश की धरती पर कोई गरीब बिना जमीन के नहीं रहेगा इसलिए मुख्यमंत्री भू अधिकार आवास योजना से हर गरीब को रहने की जमीन का मालिक बनाया जाएगा।
– आज 1150 जमीन के पट्टे बांटे जा रहे हैं, सभी को प्लाट काट के, चूना डालकर जमीन का पट्टा दिया जाये,कोई कच्चे घर में नहीं रहेगा।
– गर्मी में पानी की परेशानी होती है,ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, मोदी जी की सरकार है जल जीवन मिशन से घर घर टोंटी वाले नल से पीने का पानी देंगे
– एक डेढ़ साल में हर घर पीने का पानी पहुँच जाएगा ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार, अब सीएम राइज स्कूल खुल रहे हैं जो सर्व सुविधायुक्त होंगे, गरीब के बच्चे भी अच्छे स्कूल में पड़ेंगे, मामा करवाएगा, भाजपा की सरकार करवाएगी
– कांग्रेस ने अपने बच्चों पर अंग्रेजी लाद दी थी, हमने तय कर दिया मध्यप्रदेश में डाक्टरी और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में की जाएगी।
– बिना किसी किसान की जमीन गवाये,लिफ्ट एरिगएशन की योजना बनाके आपके खेतों में पानी पहुचाया जाएगा, सर्वे के आदेश मैं दे रहा हूँ, किसान समृद्ध होगा तो हमारी हालत सुधर जाएगी
-4 लिफ्ट एरिगएशन की योजना बनाई जाएंगी
– प्रदेश में 1 लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है, बेकलॉग के पद भी भरे जाएंगे, हमारे बेटा बेटी काम सीखने के लिए जाएंगे तो उसके लिए भी 8 हजार रुपया देंगे
– ये सभी काम भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर रही है, प्रधानमंत्री जी दिल्ली में और आपका भाई यहाँ कर रहा है। आज संकल्प लो जो हमारे साथ है, हम उसके साथ हैं। भाजपा के साथ हैं।
मेरी बहनों, बेटा बेटी बराबर है। बेटा है चाहे बेटी आई क्या फर्क पड़ता है। अरे बिटिया को भी आने दो। बेटी के बिना दुनिया चल सकती है क्या?
बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे। मैं यह सोचता था कि हे भगवान! ये कैसी दुनिया हो गई है?
भगवान ने ही आदमी बनाया, भगवान ने औरत बनायी, भगवान ने हीं बेटा बनाया, भगवान ने हीं बेटी बनायी तो फिर दोनों में ये भेद क्यों होता है..
क्यों महिला को तकलीफ और कष्ट दिया जाता है.. इसलिए मेरा मन रोता था। तब मैं ये सोचता था, हे भगवान! वो दिन कब आएगा जब बेटा और बेटी को बराबर माना जाएगा। स्त्री और पुरुष को बराबर माना जाएगा। पत्नी और पति को बराबर माना जाएगा।
मेरी बहनों, मुझे लगता था कि अगर बहनों को सशक्त करना है, बहनों की इज्जत को बढ़ाना है, मान सम्मान को बढ़ाना है तो उनको अधिकार देने पड़ेंगे।
मैंने और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सोचा कि अगर आज मैंने चुनाव लड़के बन जाए जिला पंचायत अध्यक्ष बन जाए जनपद पंचायत अध्यक्ष बन जाए नगर पालिका अध्यक्ष बन जाए तो फिर उनका रुतबा बढ़ेगा, उनकी ताकत बढ़ेगी तो वे राष्ट्र बनाने के लायक हो जाएंगी।
तब हमने और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने मिलकर कानून बनाया की आधी सीटों पर (चाहे सरपंच की हो या जिला पंचायत की हो, चाहे जनपद की हो) केवल बहने चुनाव लड़ेंगी।
अगर हमारी 1 करोड़ बहनें हुई तो, हर साल साढ़े 12 हजार करोड रुपए लगेंगे। लेकिन एक करोड़ से ज्यादा निकल गई, मेरी इतनी बहनें हो गई मुझे कल्पना ही नहीं थी।
लेकिन कितने भी लग जाएं, चिंता मत करना अभी 30 तारीख तक जिन्होंने आवेदन नहीं भरे वो आवेदन भर देना।
जिनके पास 5 एकड़ तक जमीन हो उन्हें मिलेगा, जिनकी उम्र 23 से लेकर 60 साल तक की होगी उनको मिलेगा, जिनके पास चार पहिया वाहन नहीं है उन्हें भी मिलेगा। इसलिए जिन्होंने नहीं भरा हो वो आवेदन भर देना।
पहले अगर जमीन मकान दुकान खरीदना हो तो केवल पुरुषों के नाम पर खरीदा जाता था। राम सिंह, श्याम सिंह,..
हमने तय कर दिया कि बहन के नाम पर अगर कोई संपत्ति मकान दुकान और जमीन खरीदेगा तो उसे टेक्स्ट बहुत कम जमा करना पड़ेगा। अगर पुरुष के नाम पर खरीदेगा तो ज्यादा लगेगा। तरकीब काम कर गई।
अब अगर भाइयों को जमीन खरीदना होता है तो कहते हैं तुम्हारे नाम खरीद ले, मेरे नाम से पैसा ज्यादा लगेगा।
इस तरह कई बहनों के नाम मकान, दुकान और खेत आने लगे।