मध्यप्रदेश की देश में अलग पहचान बनाने के लिए नजरिया और सोच में परिवर्तन लाएँ- मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का स्थापना दिवस समारोह में संबोधन
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि यह परिवर्तन का दौर है। पूरी दुनिया में हर क्षेत्र में बदलाव हो रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में मध्यप्रदेश की देश में एक अलग पहचान बनाने के लिए हम सबको देश और दुनिया में हो रहे परिवर्तन से जुड़ते हुए अपने नजरिये और सोच में परिवर्तन लाना होगा। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हम सब सकारात्मक सोच और दृष्टिकोण के साथ अपना काम करें। श्री कमल नाथ आज मंत्रालय के सामने सरदार पटेल पार्क में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अधिकारियों-कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अधिकारियों-कर्मचारियों को मध्यप्रदेश के सर्वांगीण विकास का संकल्प दिलवाया।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश भारत का हृदय प्रदेश होने के साथ-साथ एक लघु भारत भी है। यहाँ सभी प्रदेशों, जातियों, भाषाओं, धर्मों और विभिन्न वर्गों के लोग निवास करते हैं । उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश हम सभी का है। इसलिए हम सबका यह दायित्व है कि हमारा प्रदेश एक प्रगतिशील प्रदेश बने। यहाँ के नागरिकों के जीवन में खुशहाली आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे किसानों के हालात सुधरें, नौजवानों को रोजगार मिले, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता में उत्कृष्टता आए। इसके लिए क्रांतिकारी तरीके से काम करने की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों, कर्मचारियों और निर्णय व्यवस्था से जुड़े सभी लोगों से कहा कि वे आज के दिन यह संकल्प लें कि जब हम अगला स्थापना दिवस मनाएँ, तो हमारा प्रदेश, देश के अग्रणी प्रदेशों की कतार में खड़ा हो। मुख्यमंत्री ने भावी पीढ़ी को भारतीय मूल्यों और संस्कृति से जोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश को एक रखने की हमारी यह ताकत कमजोर न होने पाए, इसके लिए हमें निरंतर प्रयासरत रहना होगा।
मुख्यमंत्री द्वारा उत्कृष्ट अधिकारी-कर्मचारी पुरस्कृत
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को पुरस्कृत किया। राज्य शासन द्वारा स्थापित सुशील चन्द्र वर्मा पुरस्कार वर्ष 2015-16 के लिए श्रीमती ऊषा परमार, उप सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को प्रथम पुरस्कार, अपर सचिव सामान्य प्रशासन श्री कैलाश कातिया को द्वितीय पुरस्कार, द्वितीय श्रेणी वर्ग में अनुभाग अधिकारी सामान्य प्रशासन श्री सलीम खान, श्रीमती लता दीवान को प्रथम, श्रीमती रत्ना लक्षाणी को द्वितीय, श्रीमती मधुबाला श्रीवास्तव को तृतीय पुरस्कार दिया गया। तृतीय श्रेणी में सुश्री हरि भोजवानी को प्रथम, श्री राम सिया को द्वितीय एवं श्री कन्हैयालाल को तृतीय पुरस्कार दिया गया। चतुर्थ श्रेणी वर्ग में श्री रमेश को प्रथम एवं श्रीमती राम बाई को द्वितीय पुरस्कार दिया गया। वर्ष 2016-17 के लिए प्रथम श्रेणी वर्ग में उप सचिव सामान्य प्रशासन श्री संजय कुमार को प्रथम, उप सचिव गृह श्रीमती अजीजा सरशार जफर को द्वितीय और अवर सचिव श्री प्रदीप जैन को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। द्वितीय श्रेणी वर्ग में श्री पैकरण सिंह अनुभाग अधिकारी गृह विभाग को प्रथम, श्री यशवंत कुमार ढोणे को द्वितीय एवं श्री ओ.पी. मेहरा को तृतीय पुरस्कार दिया गया। तृतीय श्रेणी वर्ग में श्री चंद्रपाल बाथम को प्रथम, श्री राजेश चौधरी को द्वितीय एवं श्रीमती प्रतिभा डोलस को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। चतुर्थ श्रेणी वर्ग में श्री मुकेश नाई को प्रथम, श्री लक्ष्मण दास बैरागी को द्वितीय एवं श्री अमृतलाल पटेल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रथम पुरस्कार में 50 हजार, द्वितीय पुरस्कार में 30 हजार एवं तृतीय पुरस्कार में प्रत्येक को 10 हजार रुपये की सम्मानित निधि प्रदान की गई।
अदम्य साहस के लिये ओरछा पर्यटन टीम सम्मानित
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पिछले दिनों ओरछा स्थित बेतवा नदी में अति वर्षा के कारण आई बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने और उनकी जान बचाने के लिए ओरछा स्थित पर्यटन इकाई के प्रभारी और उनकी सात सदस्यीय टीम को अदम्य साहस पुरस्कार से सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में प्रबंधक टीम लीडर श्री संजय मल्होत्रा, क्रू मेंबर श्री पुष्पेन्द्र केवट, श्री मुकेश केवट, श्री लक्ष्मीनारायण प्रजापति, श्री भगवानदास केवट, श्री जयराम केवट एवं वाहन चालक श्री राजेन्द्र परिहार शामिल हैं। इन सभी को मुख्यमंत्री ने प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए।
स्थापना दिवस समारोह में प्रारंभ में राष्ट्रगीत वंदे मातरम्, मध्यप्रदेश गान और अंत में राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत किये गये। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, पुलिस महानिदेशक श्री व्ही.के. सिंह, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री के.के. सिंह तथा विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में कर्मचारी भी उपस्थित थे।