भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने प्रदेश में विगत दिनों हुई अति-वृष्टि से हुए नुकसान के लिए केन्द्र सरकार द्वारा एक हजार करोड़ रुपए की राहत राशि दिए जाने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शेष 5621.28 करोड़ की राशि भी अविलम्ब जारी की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 55 लाख किसानों की 60 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि वे तत्काल शेष राहत राशि जारी करें, जिससे किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की जा सके। श्री नाथ ने कहा कि अन्य राज्यों के समान ही केन्द्र सरकार मध्यप्रदेश की जनता के प्रति भी उदारता दिखाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को अति-वृष्टि से हुए नुकसान को लेकर जो ज्ञापन सौंपा था उसमें इसे गंभीर त्रासदी मानकर गंभीर आपदा की श्रेणी में भी रखने का आग्रह किया था। केन्द्रीय अध्ययन दल ने भी सभी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर अपनी रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में नुकसान का आकलन भी दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में विगत दिनों हुई अति-वृष्टि से किसानों को हुए नुकसान की वजह से वे नगदी की समस्या का सामना कर रहे हैं। रबी सीजन की बुआई के लिए बीज एवं खाद के लिए उन्हें पैसों की जरूरत होगी। ऐसी स्थिति में शेष राहत राशि केन्द्र सरकार तत्काल जारी करे जिसे किसानों को वितरित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को राहत पहुँचाने के लिए अपने संसाधनों से मदद देने का पूरा प्रयास कर रही है। अति-वृष्टि से जो भारी नुकसान हुआ है, उसमें केन्द्र सरकार की मदद भी जरूरी है। किसानों को राहत देने के लिये केन्द्र की सहायता में विलंब की गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से अतिशीघ्र राहत राशि जारी करने की अपील की है जिससे किसानों को राहत राशि दी जा सके।