मोदी सरकार का सीएए और एनआरसी का शिगुफा, रोजगार और विकास से ध्यान भटकाने का हथकंडा- मुख्यमंत्री कमलनाथ

मोदी सरकार का सीएए और एनआरसी का शिगुफा, रोजगार और विकास से ध्यान भटकाने का हथकंडा- मुख्यमंत्री कमलनाथ

भोपाल, 15 जनवरी, 2020
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मोदी सरकार ने हाल ही में सीएए और एनआरसी का जो शिगुफा छोड है वह केवल देश के नौजवान और बेरोजगार युवाओं एवं जो विकास और जनकल्याण की बात करने वाला या सवाल उठाने वाले लोग है उन सवालों से बचने के साथ ध्यान भटकाने का मोदी सरकार का हथकंडा है। इस तरह के हथकंडों का इस्तेमाल भाजपा के लोग सदैव करते चले आये हैं। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने भोपाल में 15 जनवरी 2020 को एक अनौपचारिक बातचीत में यह बात कही।

मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि भारत का नौजवान आज रोजगार चाहता है, विकास चाहता है, मिलजुल कर रहना चाहता है, साम्प्रदायिक सद्भाव चाहता है, देश की एकता और अखंडता चाहता है, आज का नौजवान इंटरनेट से जुडा है उसकी अलग दुनिया है, उसकी अलग जरूरतें है, वह अपने तरीके से सोचता है, खुले विचार रखता है, आज का नौजवान और भारतीय लोग सब सहन कर सकते हैं लेकिन यदि किसी ने उसका ठगने की कोशिश की तो इसको वह कतई बर्दाश्त नहीं करते हैं लेकिन मोदी सरकार ठगने के अलावा कुछ नहीं कर रही है। लिहाजा नागरिकों और युवाओं ने बताया दिया है, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में बता दिया है कि उनको ठगा न जाए।

मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि एनआरसी और सीएए ऐसा शिगुफा है जिससे समाज का सभी तबका नाराज है बल्कि आक्रोश में है, छात्र और नौजवान जहां अवसर मिल रहा है वहां निकल रहे है। यह बात सही है कि उनकी आवाज मोदी सरकार द्वारा दबाई जा रही है यह सब कलाकारी शिगुफेबाजी ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से कहा है कि भारत में ऐसा कोई कानून नहीं लाया जाना चाहिए जो डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर के संविधान के विपरित हो और देश के नागरिकों में धर्म जाति और भाषा के आधार पर विभेद पैदा करता हो।

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