प्रभावित जिलों में सर्वे कार्य आरंभ
प्रत्येक प्रभावित किसान को मिलेगी राहत
मुख्यमंत्री ने की प्रदेश में ओलावृष्टि से निर्मित स्थिति की समीक्षा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओलावृष्टि से निर्मित संकट में राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है। ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों में सर्वे का कार्य आरंभ कर दिया गया है। एक सप्ताह में सर्वे कार्य पूर्ण कर किसानों को तत्काल राहत उपलब्ध कराई जाएगी। सर्वे के लिए राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभागों के संयुक्त दल गठित किए गए हैं। सर्वे में कोई लापरवाही न हो, सर्वे ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ हो और प्रत्येक प्रभावित किसान को राहत मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि किसी भी किसान का खेत सर्वे से न छूटे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह निर्देश निवास कार्यालय में हुई बैठक में दिए। प्रमुख सचिव राजस्व श्री मनीष रस्तोगी सहित राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस वर्चुअली शामिल हुए।
किसानों को राहत राशि के साथ फसल बीमा योजना का लाभ भी मिलेगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सर्वे के साथ ही प्रभावित किसानों और उन्हें हुए नुकसान की सूची पंचायतों में चस्पां की जाए। किसानों की ओर से प्राप्त आपत्तियों का निराकरण कर पूरी संवेदना और पारदर्शिता के साथ नुकसान का आंकलन किया जाए। किसानों को राहत राशि के साथ अद्यतन तकनीक से किए गए क्रॉप कटिंग एक्सपरिमेंट के आधार पर फसल बीमा योजना का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। किसानों को समय रहते नुकसान की भरपाई के लिए सर्वे के समानांतर ही फसल बीमा योजना के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। इससे आरबीसी 6-4 में दी जाने वाली तात्कालिक राहत की राशि और फसल बीमा योजना का सहारा किसानों को मिल सकेगा। फसलों के नुकसान के अलावा पशुहानि के लिए बढ़ी हुई राशि के अनुरूप राहत प्रदान की जाएगी।
51 तहसीलों के 520 ग्रामों में फसल प्रभावित होने की प्रारंभिक सूचना
बताया गया कि प्रभावित जिलों की 51 तहसीलों के 520 ग्रामों में 38 हजार 900 कृषकों की 33 हजार 758 हेक्टेयर फसल प्रभावित होने की प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई है। प्रदेश के 12 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 22 लोगों की मृत्यु हुई हैं। मौसम विभाग द्वारा 16 से 19 मार्च के दौरान प्रदेश के समस्त संभागों में ओलावृष्टि, आंधी-तूफान और तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने और वर्षा की चेतावनी जारी की गई थी। नर्मदापुरम, शहडोल, जबलपुर, चंबल, उज्जैन, सागर, इंदौर, ग्वालियर, रीवा और भोपाल संभाग के जिलों में 17 और 18 मार्च को वर्षा दर्ज की गई। मंडला, बालाघाट, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, कटनी, सिवनी और शहडोल जिलों में 19 मार्च को वर्षा दर्ज की गई। कुल 20 जिलों में असामयिक वर्षा और ओलावृष्टि की जानकारी प्राप्त हुई है।