, एक बस में सवार होकर सीएम और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी पहुंचे पचमढ़ी
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार मंत्रिपरिषद की मीटिंग मध्यप्रदेश के पचमढ़ी में बैठक 26 और 27 मार्च को होने जा रही है।
मध्यप्रदेश के शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं टवीट कर बताया की मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ बस द्वारा पचमढ़ी के लिए रवाना हुए। सीएम श्री चौहान दो दिन तक पचमढ़ी में रहकर मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने और विकास योजनाओं तथा आगामी जनकल्याणकारी कार्यक्रमों पर विचार- विमर्श करेंगे।
मध्य प्रदेश के पर्यटन नगरी पचमढ़ी में प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक 26 व 27 मार्च को होने जा रही है. इस बैठक की तैयारी में जिला प्रशासन तेजी से जुटा हुआ है. गुरुवार को कैबिनैट की बैठक को लेकर लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
सीएम शिवराज सिंह चौहान यूपी से सीधे पचमढ़ी रवाना हुए
कलेक्टर नीरज सिंह व एसपी डॉ गुरकरन सिंह के निर्देशन में सभी जरूरी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है. कैबिनेट के सभी सदस्य 25 मार्च को रात्रि में तीन बसों द्वारा पचमढ़ी पहुंच चुके हैं। 26 मार्च को सुबह लगभग 8 बजे से चिंतन शिविर प्रारंभ होगा.
पचमढ़ी झील के पास होने जा रहे शिविर में सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ प्रकृति की गोद में प्रदेश के भविष्य को लेकर चर्चा करेंगे. 26 मार्च को सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का उद्बोधन होगा. प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल की महत्वपूर्ण बैठक को देखते हुए भोपाल से लेकर पचमढ़ी तक सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं. मंत्रिमंडल के बस मार्ग सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात रहे। .
यातायात व्यवस्था के लिए यातायात पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. भोपाल से बरेली होते हुए सांडिया पिपरिया मार्ग से बस द्वारा मंत्रिमंडल पचमढ़ी पहुंचेगा. अधिकारियों द्वारा मंत्रिमंडल की बैठक की व्यवस्थाओं के लिए जिला अधिकारी को तैनात किया गया है.
कलेक्टर नीरज सिंह, एसपी गुरुकरन सिंह पूरे दलबल के साथ बीते दो दिन से पचमढ़ी में डटे हुए हैं. सभी मंत्रियों के भोजन निवास सहित अन्य व्यवस्थाएं प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी में की गई है. सिवनी स्थित मां नर्मदा के पुल पर बीते दो वर्ष से रेलिंग क्षतिग्रस्त है. जिस पर से शुक्रवार को प्रदेश की कैबिनेट गुजरेगी. पुल की रेलिंग सुधारने के लिए स्थानीय नागरिकों द्वारा कई बार ब्रिज कारपोरेशन के अधिकारियों को ज्ञापन दिया गया.