कोरोना के विरूद्ध युद्ध में मुख्यमंत्री से लेकर पंच तक एक हों – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री ने कोरोना प्रबंधन पर ग्रामीण क्षेत्रों के जन-प्रतिनिधियों से चर्चा की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना के विरूद्ध युद्ध में मुख्यमंत्री से लेकर पंच तक एक हो जायें तो कोरोना को पराजित किया जा सकता है। यदि हमने हमारा गाँव बचा लिया, तो हम प्रदेश और देश को बचाने में भी सफल हो जाएंगे। कोरोना का संकट बड़ा है पर हमारा हौसला उससे भी ज्यादा बड़ा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास से ग्रामीण क्षेत्रों और ग्रामीण निकायों के जन-प्रतिनिधियों से कोरोना प्रबंधन के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा कर रहे थे।
14 हजार 700 पंचायतों ने स्व-प्रेरणा से लगाया जनता कर्फ्यू
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के विरूद्ध यह लड़ाई योजनाबद्ध तरीके से लड़ी जाएगी। इसकी रणनीति के अंतर्गत दो स्तरों पर कार्य करना है। प्रथम जो संक्रमित हो गए हैं उनका बेहतर इलाज सुनिश्चित हो और दूसरा संक्रमण की चेन टूटे। कोरोना रूपी राक्षस अपनी शक्ति भीड़-भाड़ से पाता है। अत: संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए भीड़ की संभावनाओं को शून्य करना होगा। जो शादी, विवाह टाले जा सकते हैं, उन्हें अपने और देश के हित में टालें। हम प्रण लें कि भीड़ इकट्ठी नहीं होने देंगे। प्रदेश की 14 हजार 700 पंचायतों ने स्व-प्रेरणा से जनता कर्फ्यू लगाया है। गाँव वाले स्वयं कोरोना कर्फ्यू का क्रियान्वयन कर रहे हैं। पिछले दिनों प्रभावी रहे इस प्रयास से कई जिलों का पॉजिटिविटी रेट घटा है।
प्रतिदिन 9 से 10 हजार व्यक्ति हो रहे हैं स्वस्थ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो व्यक्ति कोरोना से प्रभावित हैं, उनके इलाज की घर पर ही व्यवस्था के लिए होम आयसोलेशन के अंतर्गत डॉक्टरी सलाह और सावधानियों की जानकारी देने की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग के लिए योग प्रशिक्षकों को भी जोड़ा जा रहा है। जिन लोगों के घरों में आयसोलेशन की व्यवस्था नहीं है, ऐसे मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर में व्यवस्था की गई है। जिन गाँवों में सर्दी, खाँसी, जुकाम ज्यादा लोगों को है या कोरोना के संभावित व्यक्ति हैं, वहाँ पंच, सरपंच, आशा कार्यकर्ता, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक मिलकर घर-घर सर्वे करें और हर बीमार व्यक्ति को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। छिंदवाड़ा, खण्डवा, बुरहानपुर में इस दिशा में हुए कार्य से संक्रमण की दर को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। प्रदेश में अब प्रतिदिन 9 से 10 हजार व्यक्ति स्वस्थ हो रहे हैं।
टीकाकरण को करें प्रोत्साहित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के कठिन काल में ग्रामीण भाइयों, मजदूरों, किसानों का हरसंभव ध्यान रखा जा रहा है। तीन महीने का नि:शुल्क राशन उपलब्ध कराने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेण्डर्स के खाते में एक-एक हजार रूपए डाले जा रहे हैं। प्रदेश में एक मई से 18 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों का नि:शुल्क टीकाकरण किया जाएगा। ग्राम स्तर पर अधिक से अधिक व्यक्तियों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
होम आयसोलेशन पर नजर रखें स्व-सहायता समूह
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व-सहायता समूहों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कोरोना संक्रमण के विरूद्ध जागरूकता और संक्रमण की चेन तोड़ने और होम आयसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों की देखभाल में यह समूह सहयोगी रहते हुए सक्रिय रहेंगे। ग्राम स्तर पर साफ-सफाई और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सहयोग, समन्वय और सद्भाव से ही कोरोना के विरूद्ध विजय प्राप्त होगी।