जब एक राज्य मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेटियों के विवाह स्थल,विदिशा को ही कंट्रोल रूम बनाकर लोगों को बचाने की मॉनिटरिंग की
मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा में कुंआ धसकने की दुर्घटना में फिर सामने आया मुख्यमंत्री श्री चौहान का संवेदनशील चेहरा
सादगी और सदाचार से भरपूर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के लोक-कल्याणकारी कार्य न केवल सरकार की योजनाओं में प्रतिबिंबित होते है बल्कि उनके जीवन में भी जन-सामान्य के प्रति सेवा की प्रतिबद्धता हर पल दिखाई पड़ती है। दरअसल गुरुवार शाम को विदिशा में दत्तक बेटियों के विवाह में पिता का कर्त्तव्य निभा रहे श्री शिवराज सिंह चौहान को जिले के गंजबासौदा में कुएं की मेढ़ की मिट्टी धसकने और वहाँ खड़े लोगों के कुएं में गिरने की जैसे ही सूचना मिलती है, वे घटना की गंभीरता समझते हुए तुरंत अपनी गोद ली गई बेटियों के विवाह स्थल,विदिशा को ही कंट्रोल रूम बनाकर लोगों को बचाने की कोशिशों में जुट जाते है।
अपनी गोद लिए हुई बेटियों राधा, प्रीति, सुमन के विवाह की धार्मिक रस्मों के प्रति भी उनके आग्रह में कोई कमी नहीं होती। साथ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह भी माँ होने के कर्त्तव्य को बेहद गरिमा और जिम्मेदारी से निभाती है। विवाह की रस्मों के बीच गंजबासौदा के प्रभावित लोगों की चिंता और सहायता उपलब्ध कराने के साथ विश्वास कायम करने के उनके प्रयासों को उनके ट्वीट और उसके समय से समझा जा सकता है।
ट्वीटर पर पल-पल की जानकारी और सूचना साझा की
15 जुलाई को शाम 7 बज कर 59 सेकंड पर उनका ट्वीट आता है जिसमें वे अपनी बेटियों के विवाह के समय बेहद भावुक हो जाते है और लिखते है कि- आज विवाह बंधन में बंध रहीं तीनों बेटियों राधा, प्रीति, सुमन और परिवार के साथ विदिशा में बाढ़ वाले गणेश जी के दर्शन-पूजन कर बेटियों के भावी जीवन के लिए मंगल कामना की। प्रभु, मेरी लाड़लियों पर अपनी कृपा की अनवरत वर्षा करते रहना, यही करबद्ध प्रार्थना।
प्रभारी मंत्री, कलेक्टर, एसपी, एसडीआरएफ को तुरंत गंजबासौदा रवाना किया
इस बीच उन्हें गंजबासौदा में हुई दुर्घटना की जानकारी मिलती है और वे स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जिला कलेक्टर और एसपी को निर्देशित करते हुए तुरंत राहत उपलब्ध कराना सुनिश्चित करते है। 15 जुलाई शाम 8 बजकर 58 मिनट पर ट्वीट के जरिए वे जानकारी भी देते है कि- विदिशा ज़िले के गंजबासौदा थानांतर्गत कुछ लोगों के कुएँ में गिरने की प्रारंभिक सूचना मिली है। घटना-स्थल पर एसडीएम उपस्थित हैं। मेरे निर्देश पर ज़िला कलेक्टर व एसपी भी पहुँच रहे हैं। प्रशासन की टीम तत्परता के साथ बचाव कार्य में जुटी हुई है। पूरा प्रशासनिक अमला गंजबासौदा रवाना करके वे पुन: बेटियों के कन्यादान की रस्म को निभाते है। एक बार फिर यह समय माता-पिता के लिए भावुक कर देने वाला होता है।
बचाव कार्य की चिंता और कोशिशों के बीच कन्यादान
रात के ठीक 9 बजकर 11 मिनट पर उनका ट्वीट इसका गवाह बनता है, वे अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए कहते हैं- आज मेरी तीनों बेटियाँ अपने भावी मंगलमय जीवन में प्रवेश कर रही हैं, यह दिन हर पिता के लिए अत्यंत शुभत्व और सौभाग्य का दिन होता है। अंतर्मन में द्वंद्व चल रहा है कि यह अधिक प्रसन्नता का दिन है या उनके विदा होने से होने वाले सूनेपन से मन विचलित है। बेटी प्रीति को आशीर्वाद!#कन्यादान।
इन सबके बीच उनके मन में गंजबासौदा को लेकर गहरी चिंता भी होती है और वे वहाँ तुरंत बचाव दल और प्रभारी मंत्री के पहुँचने की सूचना देते है। रात के 9 बजकर 14 मिनट पर उनका ट्वीट होता है कि बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ को रवाना कर दिया गया है। रात 9 बजकर 16 मिनट को एक और ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी जाती है कि- घटनास्थल पर प्रभारी मंत्री श्री विश्वास सारंग जी को भी रवाना किया गया है।
वाराणसी से एनडीआरएफ की टीम पहुँची
गंजबासौदा में राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने और अधिक से अधिक लोगों को जिंदा बचाने के लिए प्रशासन लगातार कार्य कर रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वाराणसी से एनडीआरएफ की टीम का तुरंत घटनास्थल पर पहुँचना सुनिश्चित किया था और यह टीम गंजबासौदा पहुँच कर राहत और बचाव कार्यों में जुटी।
पटवारी से भी बात की मुख्यमंत्री श्री चौहान ने
राहत और बचाव कार्यों में कोई कमी न हो, इसका ध्यान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च स्तर से लेकर स्थानीय स्तर पर भी सुनिश्चित किया और बाकायदा फोन पर गंजबासौदा के पटवारी से भी बात की।
14 साल का राम अहिरवार कुएं में गिरा और उसे बचाने लोगों की भीड़ वहाँ जुट गई
गंजबासौदा में राहत और बचाव कार्य जारी है। इस कुएं में 14 वर्षीय रवि अहिरवार सबसे पहले गिरा था और उसे बचाने लोगों की भीड़ कुँए की मेड पर जमा हो गई, जिससे इसकी मिट्टी धसक गई और बड़ी संख्या में लोग कुँए में गिर गये।
राहत कार्यों में तेजी से कई लोगों की जान बच गई
घटना की जानकारी मिलते ही अपनी दत्तक पुत्रियों के विवाह में व्यस्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेहद तत्परता से सहायता पहुँचाई और प्रशासनिक अमला सहित उपकरण पहुँचना सुनिश्चित किया। इसी कारण जन हानि को कम करने में बड़ी मदद मिल सकी।
गंजबासौदा के प्रभावितों के साथ सरकार खड़ी है- मुख्यमंत्री
गंजबासौदा की दुर्घटना में घायल लोगों का इलाज गंजबासौदा और विदिशा के अस्पतालों में चल रहा है। उन्हें उच्च स्तरीय व्यवस्थाएँ उपलब्ध करायी गई हैं। मृतकों के परिवार को तत्काल 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि और घायलों को 50-50 हजार रुपये की घोषणा भी की गई है। वहीं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पीड़ित परिवारों को यह भरोसा दिलाया है कि उनके साथ सरकार खड़ी है और आगे भी जो जरूरत होगी, हम पूरी करेंगे। अभी तो हमारी प्राथमिकता है कि हम इस ऑपरेशन को जल्दी से जल्दी पूरा करके लोगों को निकाल लें।
वल्लभ भवन के सिचुएशन रूम से गंज बासौदा के रेस्क्यू अभियान पर नजर
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय स्थित सिचुएशन रूम से गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गंजबासौदा के रेस्क्यू अभियान की मॉनिटरिंग की। मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों के जज्बे की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। इस तरह कुंआ धसकने की इस दुर्घटना में अपने परिवार के मंगल कार्य में व्यस्त मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा तत्परता से बिना समय गंवाये राहत और बचाव कार्य में लगने से उनका संवेदनशील चेहरा एक बार फिर सामने आया है।
प्यार और स्नेह की मिसाल है उनकी गोद ली हुई ये बेटियाँ
राधा, प्रीति, सुमन की उम्र महज डेढ़ से तीन साल की थी, इनका कोई अभिभावक नहीं था। इसके बाद श्री शिवराज सिंह चौहान ने इनके पालन-पोषण का जिम्मा लिया। उनकी पत्नी साधना सिंह ने माँ की तरह इन्हें प्यार-दुलार से बड़ा किया और फिर बाकायदा उनका विवाह कर बेटियों का कन्या दान भी किया।