मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने दमोह में प्रबुद्धजनों से चर्चा की
दमोह जिला किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहेगा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान दमोह जिले के प्रवास के दौरान प्रबुद्धजनों से मिले और दमोह जिले के विकास को लेकर चर्चा की। चर्चा में प्रबुद्धजनों ने दमोह के विकास के बारे में अपने सुझाव रखे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आश्वस्त किया कि दमोह जिला विकास के किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहेगा और पैसे की कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होने बताया कि यहां मीथेन गैस भण्डार मिलने से क्षेत्र की तस्वीर बदल जायेगी। बुंदेलखंड में पर्यटन की अच्छी संभावना है। इसका विकास एवं पर्यटन के लिये पूरा उपयोग किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोनाकाल की आपदा को अवसर में बदला है। उन्होंने आत्म-निर्भर भारत बनाने की बात कही है। आत्म-निर्भर भारत के लिए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश बनाया जायेगा। इसका रोडमेप तैयार कर लिया गया है और संकल्प के साथ इस दिशा कार्य प्रारंभ हो गया है। भौतिक अधोसंचरनाएँ अच्छी सड़क, सिंचाई व्यवस्था, पेयजल, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए प्रतिद्धधता से कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि दमोह में आज मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी जा रही है। दमोह की भूमि से प्रदेश के 20 लाख किसानों के खातों में 400 करोड़ रूपये अंतरित किये जा रहे है। प्रदेश में कोरोना काल में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत एक लाख 18 हजार करोड़ रूपये की राशि जनता के खातों में डाली गई। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता की सुधार के लिए 20-25 किलोमीटर के दायरे में सी.एम. राईज स्कूल खोले जायेंगे। तीन साल में दमोह जिले के प्रत्येक गाँव और घर में नल से शुद्ध जल मिलने लगेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केन और बेतवा नदी बुन्देलखण्ड की जीवन रेखा है। केन और बेतवा नदी पर बांध बनाने में आ रहे अवरोधों को दूर कर लिया गया है। नदियों को जोड़कर बाँध बनाया जायेगा और बुन्देलखण्ड की भूमि को सिंचित किया जायेगा। इसमें दमोह जिले की अधिकांश कृषि भूमि सिंचित होगी। उन्होंने कहा कि चर्चा में रेल्वे के संबंध में सुझाव प्राप्त हुआ है, प्रदेश सरकार इसे प्रभावी ठंग से रखेगी। उन्होंने कुर्मी समाज के भवन के लिये जमीन देने और सिन्धी समाज के लोगों को स्थाई पट्टे देने की बात भी कही।
कार्यक्रम को केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद पटेल ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र में तीन जिले दमोह, सागर और छतरपुर आते हैं। तीनों जिलों में मेडीकल कॉलेज की सुविधा होगी। दमोह ऐसा संसदीय क्षेत्र है जिसके प्रत्येक जिले में मेडीकल कॉलेज होगा।
इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, पूर्वमंत्री श्री जयंत मलैया, श्री रामकृष्ण कुसमरिया, मध्यप्रदेश वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स कॉरपोरेशन अध्यक्ष श्री राहुल सिंह सहित स्थानीय विधायक, समाजसेवी, चिकित्सक, साहित्यकार, इंजीनियर, एडवोकेट, सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न समाजों के अध्यक्ष और वरिष्ठ नागरिक मौजूद रहे।