मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नेपानगर मान्धाता विधानसभा में कहा और ये तो ट्रेलर मात्र है, विकास की फिल्म तो अभी बाकी है
देड़तलाई, विधानसभा नेपानगर, ज़िला बुरहानपुर में आयोजित जनसभा। https://t.co/MgokPVLKEM
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 27, 2020
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वो कहते हैं खजाना खाली कर दिया, अरे ओरंगजेब का खजाना थोड़े था, जो मामा उठाकर ले गया।
अभी तो हमने आपके क्षेत्र में काम शुरू किए हैं। ये तो ट्रेलर मात्र है, विकास की फिल्म तो अभी बाकी है।
हमने पिछले साल इस क्षेत्र के किसानों को केले की फसल खराब होने पर 01 लाख रूपए प्रति हेक्टेयर मुआवजा दिया। ऐसा पहले कभी हुआ है ?हम ऐसे आदिवासियों को, जो बरसों से राजस्व भूमि पर काबिज हैं, उन सभी को उस भूमि का पट्टा देंगे। इसके लिए कानून बदलना पड़ेगा तो बदलेंगे। इस डेढ़तलाई के मैदान पर मैं यह वचन देता हूँ। प्राण जाई पर वचन न जाई।
कांग्रेस ने आज तक बहाने बनाए हैं, विकास नहीं किया। न सड़क, न बिजली, न पानी केवल बात ही बात। भारतीय जनता पार्टी ने विकास की नई इबारत लिखी। पट्टा देना प्रारंभ किया।
वो कहते हैं पैसा नहीं है, मामा कहता है विकास में पैसे की कमी नहीं आने दूंगा।
वो कहते हैं शिवराज तो साथ में नारियल लेकर घूमता है। अब विकास कार्य करूंगा तो नारियल फोड़ूंगा कि नहीं। कमलनाथ जी आपकी किस्मत फूटी थी, विकास का एक काम नहीं किया तो, नारियल कहां से फोड़ते ?
कमलनाथ जी आप मुझे नालायक कहते हो। आप यदि लायक हो, तो प्रधानमंत्री ने गरीब जनता व आदिवासियों के लिए जो मकान के पैसे भेजे थे, वे क्यों छीन लिए।
मामा का वादा है कि अगले तीन साल में प्रदेश का कोई भी गरीब, कच्ची झोपड़ी में नहीं रहेगा, सबको पक्का मकान बनाकर दूंगा।
कमलनाथ जी आपका केन्द्र सरकार को किसानों की सूची भेजने में क्या जा रहा था ? सूची नहीं भेजने से किसानों को 06 हजार रूपए की राशि मिलना रूक गई।
जब मैंने कुछ लोगों से पूछा कि आपने बीजेपी को पिछली बार वोट क्यों नहीं दिया, तो उन्होंने कहा मामा 01-02 लाख रूपए के लालच में आ गए थे, पर अब ऐसा नहीं होगा।
हमने फैसला किया है कि प्रदेश में किसी भी वर्ग का विद्यार्थी हो, अगर उसके मां-बाप की सालाना आय 8000 रूपए से कम है, तो मैडिकल, इंजीनियरिंग आदि कोर्सेस की कॉलेज की फीस मामा भरेगा।
कमलनाथ जी तुमने संबल योजना बंद कर दी, गरीबों का कफन छीन लिया। हम संबल योजना में गरीबों को सामान्य मृत्यु पर 02 लाख, दुर्घटना मृत्यु पर 04 लाख, अंतिम संस्कार के लिए 05 हजार रूपए देते हैं, तुमने सब बंद कर दिया।
कांग्रेस तबाही का प्रतीक बन गई है, तुम्हारे सब विधायक कांग्रेस पार्टी छोड़-छोड़कर जा रहे हैं, तुम हमें गाली देते हो।
कमलनाथ ने किसानों की कर्जमाफी के नाम पर जनता को झूठे सर्टिफिकेट बांटे। बैंकों को कर्जमाफी का पैसा दिया ही नहीं।
ये संतोष आपके सामने खड़े हैं, जिन्हें 7179 रूपये की कर्जमाफी का सर्टिफिकेट कांग्रेस सरकार ने दिया पर आज तक कर्जमाफी नहीं हुई। इसी प्रकार संतोष व अन्य किसानों के साथ धोखा हुआ।
कांग्रेस सरकार ने जनता से झूठ बोला, गद्दारी की तथा धोखा दिया।
वे मुझे भूखा-नंगा कहते हैं। मैं भूखा-नंगा हूँ और वे सेठ हैं। सेठ कमलनाथ मैं आपसे पूछता हूँ कि आपने मेरे द्वारा जनता के कल्याण के लिए चलाई गई योजनाएं क्यों बंद कर दीं ? किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण देना क्यों बंद कर दिया ?
हमारी सरकार निंरतर किसानों के हित में सोचती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को वर्ष में 3 बार 2-2 हजार रूपए कुल 6000 देने प्रारंभ किए, तो हमने 2 बार 2-2 हजार रूपये। इस प्रकार किसानों को दस हजार रूपए वार्षिक सम्मान निधि दे रहे हैं।
कमल नाथ सरकार ने सारे विकास के कार्य बंद कर दिए। उन्होंने भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा कर दी। वल्लभ भवन को दलालों की मंडी बना दिया।
कमल नाथ के पास गरीब जनता से मिलने का समय नहीं है, परन्तु सेठों और उद्योगपतियों से वे सदा मिलते रहते हैं।
कांग्रेस सरकार की नीतियां विकास विरोधी हैं। हम निरंतर विकास व जनता के हित के लिए कार्य कर रहे हैं।
वे कहते हैं कि शिवराज सिंह जनता के सामने घुटने टेकता है। अरे मैं जनता के सामने घुटने क्यों न टेकूं ? जनता मेरी भगवान है, मैं उसका पुजारी हूँ और प्रदेश मंदिर। तुम तो जनता को पैरों तले रोंदते हो, तुम जनता का दर्द क्या जानो ?