जन-जन में सफाई गतिविधियों का दायित्व बोध विकसित करने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, शिवराज सिंह चौहान ने अपने जन्म-दिवस पर प्रस्तुत किया अनूठा उदाहरण
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने भोपाल के मोतीलाल नेहरू विज्ञान महाविद्यालय में कन्या पूजन किया और इसके पश्चात सफाई मित्रों के पांव पखारकर उनका सम्मान किया और उन्हें भोजन परोसकर उनके साथ भोजन का आनंद लिया। pic.twitter.com/fjkmi5HBZx
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) March 5, 2022
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने जन्म-दिवस पर दिया स्वच्छता का संदेश
स्वच्छता गतिविधियों में हुए शामिल
बीजासेन बस्ती में स्वयं किया गीले और सूखे कचरे का पृथक-पृथक संकलन
एमपीपोस्ट, 05 मार्च 2022 ,भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सफाई का काम सबसे बड़ा काम है, इसे छोटे काम के रूप में हेय दृष्टि से देखना उचित नहीं है। स्वस्थ जीवन के लिए भी स्वच्छता आवश्यक है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भी देश को स्वच्छता का मंत्र दिया है। हमें स्वच्छ भारत बनाना है तो सफाई के कार्य को सम्मान की दृष्टि से देखना होगा और सफाई की गतिविधियों में प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं भी भाग लेना होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जन-जन को सफाई गतिविधियों के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से ही मैंने आज अपने जन्म-दिवस पर बीजासेन बस्ती आकर सफाई की है। साथ ही घरों से गीला और सूखा कचरा एकत्र कर कचरा वाहन में इसे पृथक-पृथक डाला है। इसका निरंतर अनुसरण करने के लिए जन-सामान्य को प्रेरित करना ही हमारा उद्देश्य है। मुख्यमंत्री श्री चौहान अपने जन्म-दिवस पर भोपाल की बीजासेन बस्ती में स्वच्छता कार्य करने के बाद स्वच्छता मित्रों और उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे।
सीएम ने अपने जन्मदिन के अवसर पर सफाईकर्मियों को भोजन भी परोसा और साथ में भोजन ग्रहण किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपने घर, गली-मोहल्ले, गाँव और शहर को साफ रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को दायित्वबोध विकसित करना होगा। इंदौर की तरह ही भोपाल को भी स्वच्छता में श्रेष्ठ बनाना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वच्छता के साथ वर्ष में एक बार पौध-रोपण के लिए भी प्रेरित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बीजासेन बस्ती में सफाई मित्रों के साथ सफाई की तथा बस्ती के घरों से गीला एवं सूखा कचरा एकत्र कर कचरा वाहन में डाला। पूर्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, पूर्व नगर निगम सभापति श्री रामदयाल प्रजापति भी उपस्थित थे।