मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा की आज हमने परिवार सहित पेड़ लगाया और ये संकल्प लिया की हर ख़ुशी के अवसर पर हम पेड़ लगाएँगे ताकि पर्यावरण को बचाने में हम योगदान दे सके। आप सभी से भी ये अपील है की हर ख़ुशी के मौक़े पर एक ज़रूर पेड़ लगाए।
हमारे धर्म में प्रकृति के संरक्षण एवं उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने की विशेष परंपराएं है। हमारी संस्कृति और जीवन पद्धति प्रकृति से अटूट सबंध और वृक्षों के प्रति श्रद्धा के भाव का निर्माण करती है।
और इसलिये हमारी सनातन परंपरा में वृक्षों की पूजा का विशेष विधान है, वट वृक्ष या बरगद के पेड़ को हिंदू धर्म में विशिष्ट माना गया है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा की धार्मिक मान्यता के अनुसार, वट वृक्ष या बरगद के पेड़ के तने में भगवान विष्णु, जड़ में ब्रह्मा तथा शाखाओं में शिव का वास होता है। वट वृक्ष को त्रिमूर्ति का प्रतीक माना गया है।
पचमढ़ी में आज वट सावित्री व्रत के शुभ दिन पर बरगद का पौधा लगाया। विशाल एवं दीर्घजीवी होने के कारण वट वृक्ष की पूजा लम्बी आयु की कामना के लिए की जाती है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा आज बहनों ने अपने पतियों की लंबी आयु के लिये वट सावित्री की पूजा की, इस अवसर पर मैं सभी बहनों को बधाई देता हूँ एवं प्रार्थना करता हूँ कि वट वृक्ष की भांति परिवार में खुशहाली फैलें। ये दिन हमें अपने जीवन में प्रकृति के महत्त्व को दर्शाता है, इसलिये प्रकृति के संरक्षण के लिये अधिक से अधिक पेड़ लगाने का संकल्प करें।