मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण की परियोजनाओं के कार्य की समीक्षा की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण की सिंचाई आदि परियोजनाएं बड़ी लागत की होती हैं, इनका उपयोग पूरा -पूरा होना चाहिए। साथ ही परियोजनाओं को स्वीकृत करने से पहले इस बात का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए कि उनका निर्माण समय सीमा में संभव हो तथा वे जनता के लिए पूर्ण रूप से उपयोगी हों।योजनाएं बनाते समय सारे तथ्यों को अच्छी तरह जांच परख लें, जल्दबाजी न करें, परियोजनाएं ‘परफेक्ट’ होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निर्माण के समय गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। जनधन का सही उपयोग होना चाहिए। कार्यों में यदि कोई भी लापरवाही होती है अथवा गलत भुगतान किया जाता है तो मैं जिम्मेदार व्यक्तियों को छोडूंगा नहीं। नियमानुसार कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। बैठक में उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण एवं नर्मदाघाटी विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री भारत सिंह कुशवाह, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव श्री आई सी पी केशरी, प्रमुख सचिव श्री मनोज गोविल आदि उपस्थित थे।
एनडब्ल्यूडीटी अवार्ड में नर्मदा जल उपयोग की समय सीमा 2024
नर्मदा वॉटर डिस्प्यूट ट्रिब्यूनल अवार्ड 1979 के अनुसार मध्य प्रदेश को 18.25 एम ए एफ (1 एमएएम = 1233.47 एमसीएम) नर्मदा जल आवंटित किया गया है, जिसका प्रयोग वर्ष 2024 तक किया जाना है।
तीन परियोजनाओं की निविदाएं आमंत्रित
इसके अंतर्गत स्वीकृत तीन परियोजनाओं अपर नर्मदा परियोजना डिंडोरी लागत 1483 करोड़ प्रस्तावित सिंचाई क्षमता 45600 हे, चिंकी बोरास बराज संयुक्त बहुउद्देशीय परियोजना नरसिंहपुर लागत 5839 करोड़ प्रस्तावित सिंचाई क्षेत्र 131925 हेक्टेयर तथा सांवेर माइक्रो सिंचाई परियोजना इंदौर-खरगोन-उज्जैन लागत 3047 करोड़ प्रस्तावित सिंचाई क्षेत्र 80000 हेक्टेयर के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई है।
7 परियोजनाओं के लिए जून में आमंत्रित होंगी निविदाएं
स्वीकृत 7 परियोजनाओं शक्कर पेंच लिंक संयुक्त परियोजना नरसिंहपुर-छिंदवाड़ा, कुक्षी माइक्रो सिंचाई परियोजना धार, दूधी परियोजना होशंगाबाद-छिंदवाड़ा, हार्डिया बराज परियोजना हरदा, राघवपुर बहुउद्देशीय परियोजना डिंडोरी बसानिया बहुद्देशीय परियोजना मंडला तथा होशंगाबाद बराज परियोजना के लिए निविदाएं जून माह में आमंत्रित की जाएंगी। इन परियोजनाओं की कुल लागत 15568 करोड़ रु है तथा इनसे प्रस्तावित सिंचाई क्षेत्र 287616 हेक्टेयर है।
प्रदेश में 30.48 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण की पूर्ण एवं निर्माणाधीन परियोजनाओं से प्रदेश के 30 लाख 48 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। परियोजनाओं के पूर्ण होने पर लगभग 37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।