दोषियों को किसी भी स्थिति में न छोड़ा जाए, मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
दिवंगत पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जा
शहीदों के परिजन को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि
शहीद के परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी
ग्वालियर आईजी को हटाने के निर्देश
पूरी घटना की होगी विस्तृत जाँच
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बुलाई आपात बैठक
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रात: निवास कार्यालय में आपात बैठक बुलाकर गुना जिले में कल मध्य रात्रि पुलिसकर्मियों और शिकारियों के मध्य हुई गोलीबारी की घटना और पुलिसकर्मियों की मृत्यु के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि पुलिस तत्काल इस घटना के दोषी अपराधियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की विस्तृत जाँच भी करवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर को घटना स्थल पर विलम्ब से पहुँचने का दोषी मानते हुए उन्हें हटाने के निर्देश दिए। बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा उपस्थित थे। पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना वर्चुअली शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस घटना में शहादत देने वाले पुलिस के तीनों साथी सब इंस्पेक्टर श्री राजकुमार जाटव, आरक्षक श्री नीरज भार्गव और आरक्षक श्री संतराम की शहादत व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी। इन्होंने कर्त्तव्य की बलिवेदी पर अपने जीवन को न्यौछावर किया है। उन्हें शहीद का दर्जा देकर परिजन को एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि दी जाएगी। साथ ही परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी जो शहीद हुए हैं उनका सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार हो। अंत्येष्टि में मंत्रीगण, जन-प्रतिनिधि और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हों। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे पुलिस के मित्रों ने शिकारियों का मुकाबला करते हुए शहादत दी है। इस घटना में दोषी अपराधियों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई होगी, जो इतिहास में उदाहरण बनेगी। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव जनसंपर्क श्री राघवेंद्र कुमार सिंह, एडीजी श्री आदर्श कटियार और ओएसडी मुख्यमंत्री कार्यालय श्री योगेश चौधरी उपस्थित थे।