कोरोना संक्रमण में मध्यप्रदेश देश में 27वें नंबर पर आया -मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया
व्यापक टेस्टिंग निरंतर जारी रहे
टीकाकरण के लिए महा-अभियान चलेगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण अब न्यूनतम स्तर पर है। देश के 28 राज्यों में संक्रमण की दृष्टि से मध्यप्रदेश 27वें स्थान पर आ गया है। यहाँ कोरोना के 224 नए प्रकरण आए हैं और पॉजिटिविटी दर 3% पर आ गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में व्यापक टेस्टिंग अभियान निरंतर जारी रहे, जिससे एक भी संक्रमित व्यक्ति छुपा न रहे। कोरोना की तीसरी लहर से बचे रहने के लिए ‘एग्रेसिव टेस्टिंग’ जरूरी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण कोरोना से बचाव का सुरक्षा कवच है। हर व्यक्ति कोरोना का टीका लगवाए, इसके लिए प्रदेश में टीकाकरण का महा-अभियान चलाया जाएगा, जिसकी शुरूआत एक जुलाई से होगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।
3 हजार 610 एक्टिव प्रकरण
प्रदेश में कोरोना के 3 हजार 610 एक्टिव प्रकरण हैं। पिछले 24 घंटे में 528 मरीज स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 0.4% है और रिकवरी रेट 98.4% है।
केवल भोपाल में एक प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी दर
प्रदेश के 50 जिलों में एक प्रतिशत से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर है। इंदौर जिले में एक प्रतिशत साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर है। केवल भोपाल जिले में एक प्रतिशत से अधिक 1.4% साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर है।
15 जिलों में शून्य प्रकरण
प्रदेश के 15 जिलों अलीराजपुर, अशोकनगर, बालाघाट, भिंड, बुरहानपुर, गुना, खण्डवा, मंडला, नरसिंहपुर, नीमच, शिवपुरी, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया और निवाड़ी जिलों में कोरोना का कोई भी नया प्रकरण नहीं आया है।
3 जिलों में ही 10 से अधिक नए प्रकरण
प्रदेश के 3 जिलों में 10 से अधिक कोरोना के नए प्रकरण आए हैं। भोपाल में 83, इंदौर में 47 और जबलपुर में कोरोना के 14 नए प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल में प्रकरणों की संख्या अधिक होने पर यहाँ विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
पूरे जिले से लिए जाएँ सैम्पल
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना की टेस्टिंग के लिए सैम्पल हर जिले के ग्रामीण एवं नगरीय सभी क्षेत्रों से लिए जाने चाहिए। इसके साथ ही सार्वजनिक स्थलों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड, बाजार, कॉलोनियों आदि से भी सेम्पल लिए जाने चाहिए। हमें अधिक से अधिक टेस्टिंग करना है और किसी धोखे में नहीं रहना है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने बताया कि भोपाल में सेम्पल लेने के लिए 100 दल कार्य कर रहे हैं, जो कि स्थान-स्थान से सेम्पल ले रहे हैं।
वैक्सीनेशन के लिए हम निकल पड़े हैं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना से हर व्यक्ति को बचाने के लिए वैक्सीनेशन आवश्यक है। हम वैक्सीनेशन के लिए निकल पड़े हैं। वैक्सीन हमें तीसरी लहर से सुरक्षा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री, प्रभारी अधिकारी, सांसद, विधायक, समाजसेवी, समाज के विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट व्यक्ति आदि सभी टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं सड़कों पर जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करेंगे। आगामी एक से तीन जुलाई के बीच टीकाकरण के लिए महा-अभियान चलाया जाएगा।
ब्लैक फंगस के 969 एक्टिव प्रकरण
प्रदेश में ब्लैक फंगस के कुल 969 एक्टिव प्रकरण हैं। ब्लैक फंगस के मरीज लगातार ठीक हो रहे हैं। इलाज करने वाले सभी अस्पतालों में एम्फोटैरिसिन-बी इंजेक्शन सहित सभी दवाएँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
प्रदेश में 1696 मरीज अस्पतालों में
प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में वर्तमान में कोरोना के 1696 (47%) मरीज उपचाररत हैं। इनमें से 786 मरीज आई.सी.यू. बेड्स, 656 ऑक्सीजन बेड्स और 254 अन्य बेड्स पर हैं। सक्रिय प्रकरणों में से 1914 (53%) मरीज होम आयसोलेशन में हैं।