मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हर व्यक्ति मास्क लगाए, इसके लिए सीख के साथ सख्ती भी जरूरी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए मास्क लगाना आवश्यक है। हर व्यक्ति मास्क लगाए इसके लिए लोगों को सीख दिए जाने के साथ सख्ती भी जरूरी है। प्रदेश में सभी वर्गों के सहयोग से सघन जनजागरूकता अभियान चलाया जाए। सभी प्रचार माध्यमों का उपयोग किया जाए। ऐसा माहौल बने कि हर व्यक्ति मास्क लगाने के लिए स्वत: प्रेरित हो। साथ ही मास्क न लगाने पर जुर्माना लगाया जाए एवं कुछ समय के लिए ओपन जेल में भी रखा जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी जिलों में कोरोना के उपचार के लिए पर्याप्त संख्या में बेड्स की उपलब्धता के साथ ही प्रतिदिन इसकी जानकारी मीडिया, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से जनता को दी जाए। साथ ही वैक्सीनेशन संबंधी जानकारी भी दी जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा आदि उपस्थित थे।
म.प्र. में 20369 एक्टिव प्रकरण
मध्यप्रदेश में 20,369 एक्टिव प्रकरण है। प्रदेश की गत 7 दिनों की औसत पॉजिटिविटी रेट 10.1 प्रतिशत है। तुलनात्मक रूप से संक्रमण में देश में मध्य प्रदेश आठवें स्थान पर है।
इन जिलों में 20 से अधिक नए प्रकरण
जिलावार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर में 708, भोपाल में 502, जबलपुर में 205, ग्वालियर में 120, उज्जैन में 89, रतलाम में 79, खरगोन में 74, बड़वानी में 72, छिंदवाड़ा में 71, बैतूल में 65, कटनी में 50, झाबुआ में 47, शाजापुर में 47, विदिशा में 44, अनूपपुर में 40, सागर में 38, नीमच में 37, धार में 36, बालाघाट में 34, देवास में 34, रायसेन में 29, खंडवा में 28, नरसिंहपुर में 27, शिवपुरी में 27, गुना में 25, शहडोल में 25, होशंगाबाद में 23, बुरहानपुर में 22, राजगढ़ में 22, मंडला में 21 तथा रीवा में 21 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं।
गरीबों का निशुल्क इलाज सुनिश्चित हो
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक गरीब मरीज का निशुल्क इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्हें आयुष्मान कार्ड के आधार पर निशुल्क चिकित्सा दें। साथ ही आवश्यकतानुसार जिन निजी अस्पतालों में बेड्स खाली हैं, उनके साथ अनुबंध कर बेड्स की संख्या बढ़ाएं।
गलत तथ्य प्रकाशित/ प्रसारित नहीं होना चाहिए
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना आदि के संबंध में गलत तथ्य प्रकाशित/ प्रसारित नहीं होने चाहिए। परंतु सही तथ्य प्रकाशित/ प्रसारित होने पर तत्परता के साथ कार्रवाई की जाए।
रविवार को भी होगा वैक्सीनेशन
जिन स्थानों पर रविवार को लॉकडाउन है, वहां रविवार को भी वैक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा। 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन लगवा सकेंगे।
गणगोर का त्यौहार घर पर ही मनाएं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी गणगोर आदि त्यौहार घर पर ही मनाएं। सार्वजनिक रूप से त्यौहार मनाने तथा मेलों आदि की अनुमति नहीं होगी।
होम आइसोलेशन की गाइडलाइन जारी करे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग होम आइसोलेशन संबंधी गाडलाइन जारी करे। कमांड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से इनकी निरंतर मॉनीटरिंग की जाए।
10 हजार बेड्स सुनिश्चित करें
इंदौर जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि वहां कोरोना उपचार के लिए 10 हजार बैड्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। निजी अस्पताल कोरोना उपचार के लिए शासन द्वारा निर्धारित फीस ही लें, यह भी सुनिश्चित किया जाए।
छिंदवाड़ा मैडिकल कॉलेज में हो इलाज की श्रेष्ठ व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि छिंदवाड़ा मैडिकल कॉलेज में कोरोना के उपचार की श्रेष्ठ व्यवस्था हो। महाराष्ट्र बॉर्डर सील किया जाए तथा गुड्स के वाहन, आवश्यक सेवाओं के वाहन, आपातकालीन आवागमन छोड़कर आवाजाही न हो।
वैक्सीनशन की गति बढ़ाएं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीनशन की गति बढ़ाई जाए।
उपार्जन केंद्रों का भी निरीक्षण करें प्रभारी अधिकारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना नियंत्रण के लिए जिलों के लिए नियुक्त प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिले के दौरे के दौरान वहां के उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखें। वहां कोरोना संबंधी सभी सावधानियों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
यह भी निर्देश दिए
• होम आइसोलेशन की सख्त मॉनिटरिंग की जाए। गाइडलाइन का पालन न करने पर कार्रवाई की जाए।
• जिन जिलों में अधिक संक्रमण है वहां माइक्रो कंटेंटमेंट जोंस बनाए जाएं।
• कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट समय पर आ जाए।
• जिन जिलों में आवश्यकता हो कोविड केयर सेंटर्स बनाए जाएं।
• जो जिले संडे लॉक डाउन की अनुमति चाहते हैं, उन्हें अनुमति दी जाए।
• फीवर क्लीनिक पर अच्छी व्यवस्था हो।
• ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमण न फैले इस पर भी पूरा ध्यान दिया जाए।