मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नागरिकों से अपील की है कि फेस मास्क के उपयोग के प्रति बिल्कुल लापरवाही न बरतें। मध्यप्रदेश सरकार जन- जागरण और आवश्यक हुआ तो सख्ती से मास्क के उपयोग को लागू करते हुए जुर्माना लगाने पर भी विचार कर रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल, डायरेक्टर एनएचएम श्रीमती छवि भारद्वाज और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों से निवास पर चर्चा कर रहे थे।
पैनिक होने की नहीं,सावधानी की आवश्यकता है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में पॉजिटिव प्रकरण बढ़े हैं, जो चिंता का विषय है। महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में भी संक्रमण बढ़ा है। महाराष्ट्र से आने जाने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जन- सहयोग से कोरोना को पूरी तरह नियंत्रित करना है। इसके लिए पैनिक होने की नहीं, सावधानी बरतने की आवश्यकता है। प्रत्येक व्यक्ति सैनिटाइजर और साबुन से हाथ धोने के प्रति भी सजग रहे। उन्होंने आमजन से आग्रह किया है कि ज्यादा निश्चिंत न हों और सावधानी कम न करें वरना रोग की चपेट में आ सकते हैं। सावधानी में ही पूरी सुरक्षा है। फेस मास्क ही संक्रमण से बचने की गारंटी है, इसलिए इसके उपयोग में ढील न बरतें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है, जो सभी को लगेगी। केंद्र सरकार से वैक्सीन की आवश्यक आपूर्ति हो रही है।