मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है : प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरी सावधानी बरतें

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण को रोकने में व्यापक जन-सहयोग मिल रहा है। कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन होने से कोरोना महामारी धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है। कोरोना के नए संक्रमित प्रकरणों की संख्या प्रदेश में अब चार अंकों में आ गई है। कोरोना संक्रमण के मामले में देश के बड़े राज्यों में मध्यप्रदेश 15वें स्थान पर आ गया है। पॉजिटिविटी दर 25 प्रतिशत से लगातार घटकर 14 प्रतिशत से नीचे आ गई है, लेकिन हमें निश्चिंत नहीं होना है। अभी अधिक सावधानी की जरूरत है। कोरोना संक्रमण को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए लंबा सफर तय करना है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस अपने आप कम फैलता है। यह वायरस हमारे व्यवहार से ज्यादा फैलता है। यदि हम शादी ब्याह, भीड़ और बड़े समारोह में गए तो कोरोना संक्रमण तेज गति से फैलता है। जन-सहयोग से लागू कोरोना कर्फ्यू जब तक है तब तक कोई भी घरों से बाहर नहीं निकले। मई माह में शादी-ब्याह नहीं करें। जून माह में कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने पर शादी-ब्याह आदि आयोजन छोटे स्तर पर किए जा सकते हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण कुछ गाँव में भी फैला है। इसे नियंत्रित करने के लिए किल कोरोना अभियान चल रहा है। सरकारी अमला मेहनत के साथ घर-घर दस्तक दे रहा है। सरकारी अमले के साथ राजनैतिक, सामाजिक कार्यकर्ता, गाँव के वरिष्ठ जन शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यदि सर्दी, जुकाम, बुखार आदि कोरोना के लक्षण हैं, तो छुपाए नहीं, बताएँ। उपचार संभव है। सरकार ने नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था की है। सरकारी अस्पतालों के साथ अनुबंधित निजी अस्पतालों में भी नि:शुल्क उपचार होगा। मरीज चाहे तो कोविड केयर सेंटर में जाकर भी अपना उपचार करवा सकते हैं। इस समय प्रदेश में 2 करोड़ 40 लाख आयुष्मान कार्ड धारी हैं। गरीब, निम्न मध्यम वर्गीय आयुष्मान कार्ड धारी कोरोना पीड़ितों का प्राइवेट अस्पताल में भी नि:शुल्क इलाज होगा। परिवार के पास एक आयुष्मान कार्ड है तो परिवार के बाकी सदस्यों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार यदि पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से नीचे आती है तो यह कोरोना संक्रमण के नियंत्रित होने का संकेत है। ऐसे जिले जहाँ कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से नीचे आ गई है वहाँ 17 मई के बाद धीरे-धीरे वैज्ञानिक ढंग से कोरोना कर्फ्यू को हटाया जा सकेगा। जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ा रहेगा वहाँ कोरोना कर्फ्यू नहीं खुलेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी होने के समाचार मिल रहे हैं। लेकिन चिंता नहीं करें। इस बीमारी का भी नि:शुल्क इलाज कराएंगे। बीमारी होने की स्थिति में देर नहीं करें। शीघ्र बताएँ। इस बीमारी का भी इलाज संभव है। पूरा मध्यप्रदेश एक परिवार है। सबको मिलकर कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपायों का कड़ाई से पालन करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल-कोरोना अभियान को सफल बनाएँ। अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाइयों की कोई कमी नहीं है। जन-सहयोग से किसी भी आपदा का सामना किया जा सकता है।

जिला, ब्लाक, ग्राम और शहर के वार्ड स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों का गठन किया गया है। इन समितियों के सदस्य जन-सहयोग से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। कोविड केयर सेंटर में इलाज की व्यवस्था है। कोरोना की जड़ों पर अंतिम प्रहार की जरूरत है। गाँव और घर से बाहर नहीं निकले। कोरोना से पीड़ित होने पर आइसोलेशन में रहे। अपने गाँव, ब्लॉक, शहर और जिले को कोरोना मुक्त बनाएँ। सभी जन इस महा अभियान में जुटे। हमें अपने प्रदेश को कोरोना से बचाना है। शीघ्र ही सामान्य स्थिति प्राप्त करना है।

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