भारत की प्रथम महिला अनुसूचित जनजाति वर्ग की श्रीमती द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति निर्वाचित
CM MP SHIVRAJ SINGH CHOUHAN
- भारत के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर अनुसूचित जनजाति वर्ग श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी राष्ट्रपति निर्वाचित - देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और अमृत महोत्सव के इस अवसर पर, यह देश का सौभाग्य है।
भारत के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर अनुसूचित जनजाति वर्ग श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी राष्ट्रपति निर्वाचित –
देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और अमृत महोत्सव के इस अवसर पर, यह देश का सौभाग्य है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में एनडीए ने एक कर्तव्यनिष्ठ, समाजसेवी, समर्पित, जनसेवी अनुसूचित जनजाति वर्ग से आने वाली हमारी बहन श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया।
आज वह देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर निर्वाचित हो गई हैं। यह भारत के लोकतंत्र की खूबी है।
अलग भाषा अलग भेष, फिर भी अपना एक देश;
भारत अनेकों रंग में रंगा है और जनजातीय समाज हमारा प्रमुख अंग है।
आज उसी समाज से आने वाली बहुमुखी प्रतिभा की धनी, आदरणीय श्रीमती द्रोपति मुर्मू जी अब भारत के राष्ट्रपति हैं।
मैं हृदय से उनको बधाई देता हूं और मुझे पूरा विश्वास है “वह अपने कर्तव्य के निर्माण से देश की प्रतिष्ठा बहुत बढ़ाएंगी।”
बहुत-बहुत शुभकामनाएं!
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भारतीय जनता पार्टी के अलावा मध्यप्रदेश के उन सभी विधायको को जिन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर हमारी जनजातीय बहन श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति चुनने के लिए वोट किया है, उन सभी का हृदय से धन्यवाद।
– शिवराज सिंह चौहान