एमपी में स्वत: स्फूर्त है कर्फ्यू है, जनता कर्फ्यू,कोरोना संक्रमण रोकने लिए गाँव के दरवाजे करें बंद- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा प्रदेश के ग्रामवासियों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने और उस पर विजय प्राप्त करने के लिए आप लोग कोरोना को अपने गाँव की सरहद में प्रवेश नहीं करने दें। अपने गाँव को बंद रखें। जब जरूरत हो, तभी गाँव के बाहर निकलें। उपार्जन के लिए सिर्फ वे ही बाहर जायें, जिनके नाम एसएमएस भेजा गया है। जब भी बाहर निकलें तो कोरोना गाइड-लाइन का पूरी तरह से पालन करें। स्वत: स्फूर्त कर्फ्यू है, जनता कर्फ्यू।
गेंहूँ उपार्जन में कोई बाधा नहीं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामवासियों से कहा कि आप लोग निश्चित रहें। आपकी उपज का एक-एक दाना खरीदा जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गेहूँ उपार्जन में लगे अधिकारी एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह हौंसले का ही परिणाम है कि अभी तक 61 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूँ का उपार्जन कर लिया गया है। इसी के साथ चने एवं मसूर का उपार्जन भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पिछले साल कोरोना के चरम में भी हमने 1.29 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का बम्पर उपार्जन किया था। कोरोना काल में सभी किसानों का गेहूँ खरीदा जा सके, इसके लिये इंदौर एवं उज्जैन में उपार्जन की अंतिम तिथि 5 मई से बढ़ाकर 15 मई कर दी गई है। शेष संभागों में 25 मई तक खरीदी की जायेगी।
कोरोना साध्य है, असाध्य नहीं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना साध्य है, असाध्य नहीं। इसका इलाज हो सकता है और हो रहा है। इससे घबरायें नहीं सतर्कता अवश्य रखें।
उन्होंने कहा कि सामान्य सर्दी-जुकाम-बुखार आने पर लापरवाही न करें। तुरंत जाँच करवायें। किल कोरोना अभियान-2 के तहत हमारी टीम घर-घर पहुँच रही है। पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेशन में रहें। घर में संभव हो तो एक पृथक कमरे में आराम कर उपचार करें। यदि घर में संभव न हो, तो गाँव के पंचायत भवन, धर्मशाला, आदि में क्वारेंटाइन सेंटर बनाकर आइसोलेटेड हो जायें। भोजन दवा की व्यवस्था सरकार करवायेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकासखंड में कोविड कोरोना सेंटर खोले जा रहे हैं। वहाँ डाक्टर्स उपलब्ध हैं। उन्हें दिखाकर उपचार लिया जा सकता है। हॉस्पिटल को अंतिम पड़ाव पर रखें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामवासियों और किसानों से अपील की कि विवाह हमारी परंपरा है और संस्कार का महत्वपूर्ण भाग है। परंतु वर्तमान कोरोना संक्रमण के कारण विवाह समारोह को 15 मई तक स्थगित रखें, क्योंकि ऐसे समारोह में कोरोना पूरे परिवार को सामूहिक रूप से प्रभावित कर सकता है। यदि बहुत ही ज्यादा जरूरी हो तो अधिक से अधिक 10 लोग ही शादी में शामिल हों।