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सीएम राइज स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में लाएंगे क्रांति – मुख्यमंत्री,मध्यप्रदेश,श्री शिवराज सिंह चौहान

स्वास्थ्य संस्थाओं में मानव संसाधन और सामग्री की कमी नहीं आने दी जाएगी
पचमढ़ी चिंतन बैठक में सीएम राइज स्कूल और स्वास्थ्य सेवाओं पर हुआ विचार-विमर्श

 

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में पचमढ़ी में चल रही मंत्रि-परिषद की चिंतन बैठक में सीएम राइज स्कूल तथा स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के संबंध में विचार-विमर्श हुआ।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सीएम राइज स्कूल, शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति हैं। जन-सामान्य में शासकीय स्कूलों की साख स्थापित करने और सीएम राइज स्कूल के उद्देश्यों के संबंध में जानकारी पहुँचाने के लिए विशेष रूप से मंत्री समूह गठित किया गया। मंत्री समूह द्वारा जनता से सुझाव प्राप्त कर अनुशंसाएँ प्रस्तुत की गई हैं। प्रदेश में विभिन्न स्थान पर सीएम राइज स्कूल एक साथ आरंभ किए जाएंगे। स्कूल बनाने के लिए आवश्यक भूमि राज्य शासन उपलब्ध कराएगा। शिक्षकों का प्रशिक्षण सुनिश्चित करने तथा आवश्यक अधो-संरचना उपलब्ध कराने के उपरांत ही, सीएम राइज स्कूल आरंभ किए जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थाओं का बेहतर संचालन सुनिश्चित करना आवश्यक है। इसके लिए आवश्यक अमले तथा संसाधनों की कमी नहीं रहने दी जाए।

चिंतन बैठक में सीएम राइज स्कूल के संबंध में सुझाव प्राप्त हुए।

सीएम राइज स्कूल के लिए आवश्यक भूमि उपलब्ध कराना राज्य शासन की जिम्मेदारी है। आवश्यकता पड़ने पर अधिग्रहण कर भूमि उपलब्ध कराई जाएगी।

सीएम राइज स्कूल आदर्श रूप में आरंभ होंगे।

सीएम राइज स्कूल के भवनों का निर्माण एक समान डिजाईन अनुसार किया जाएगा।

प्रत्येक विद्यालय के नाम के आगे क्षेत्र के महापुरूषों के नाम जोड़े जाएंगे।

स्कूलों में स्मार्ट क्लास, लेब, खेल के मैदान, लायब्रेरी आदि की व्यवस्था होगी।

नई शिक्षा नीति के प्रावधानों को लागू किया जाएगा।

इन स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों से अन्य शासकीय कार्य नहीं लिया जाएगा।

स्कूलों का परफार्मेंस ऑडिट सुनिश्चित किया जाएगा तथा पढ़ाई की गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता पर रहेगी।

सीएम राइज स्कूलों में कौशल संवर्धन से संबंधित कोर्स संचालित किए जाएंगे। इन स्कूलों में खेल शिक्षक आवश्यक रूप से रखे जाएंगे।

स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में प्राप्त सुझाव

मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों को सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में विकसित किया जाएगा।

सिविल और जिला चिकित्सालयों का बेहतर संचालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक स्टाफ और संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

संजीवनी क्लीनिकों को सशक्त किया जाएगा।

मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान योजना को तर्कसंगत बनाया जाएगा।

गंभीर बीमारियों की पहचान के लिए जिला स्तर पर कैम्प लगाए जाएंगे।

चिन्हित व्यक्तियों को आवश्यक इलाज के लिए रैफर किया जाएगा।

सीएम राइज स्कूल के संबंध में गठित समिति में मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, श्री इंदर सिंह परमार, श्री राम किशोर कांवरे और श्री भारत सिंह कुशवाह सम्मिलित थे। स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में बनी समिति में मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, श्री विश्वास सारंग, डॉ. प्रभुराम चौधरी, श्री राम खेलावन पटेल और श्री सुरेश धाकड़ द्वारा अनुशंसा प्रस्तुत की गई।

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