मध्यप्रदेश में पिछले अनुभव के साथ कोरोना की रोकथाम के बेहतर उपाय सुनिश्चित करें – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
कोरोना की संभावित तीसरी लहर रोकने के लिए चाक-चौबंद रखें व्यवस्थाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की कोरोना की समीक्षा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ने से रोकने के लिए सभी व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद रखी जाएँ। संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए पिछले अनुभव के साथ सभी तैयारियाँ पहले ही पूरी कर ली जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोरोना की समीक्षा बैठक ले रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान सहित सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक आदि उपस्थित थे।
जनता को तीसरी लहर से बचाना होगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीसरी लहर का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में भी पॉजीटिव केस 200 से ज्यादा हो गए हैं। कोरोना के केस पहले इंदौर और भोपाल में ही आ रहे थे, अब धीरे-धीरे अन्य जिलों में भी केस आते जा रहे हैं। वर्तमान में 34 जिलों में एक्टिव केस नहीं है। आसपास के राज्य महाराष्ट्र और गुजरात में केसेस आ रहे हैं। पुराना अनुभव हमारे सामने है। लगभग सभी राज्यों में कोरोना के प्रकरण आ रहे हैं। सावधानी और सुरक्षा के लिए उपाय जरूरी है। जनता को तीसरी लहर से बचाना होगा। सभी व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद रखें। सतर्क और सावधान रहते हुए अभी से प्रयास करें। जनता की जिंदगी की सुरक्षा के उपायों में कोई कमी नहीं रहे।
सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कोविड को नियंत्रण करना जरूरी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना टेस्ट का लक्ष्य बढ़ायें। अमेरिका, इंग्लैंड में बहुत ज्यादा केस आ रहे हैं। यह मानकर चले कि ओमिक्रान हमारे यहाँ आ गया है। प्रदेश में वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके नागरिक ही जिम, सिनेमा हॉल एवं अन्य स्थानों पर जा सकेंगे। आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, यह भी सुनिश्चित किया जाए। ऑक्सीजन की कमी नहीं रहने दें। इसे प्राथमिकता से लें। मास्क लगाना जरूरी है। वैक्सीनेशन और टेस्टिंग कराने की अपील हो। पूरी स्थिति पर नियंत्रण रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अमेरिका, यूके, डेनमार्क की स्थिति देखें तो ओमिक्रान तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में पूरी जिम्मेदारी, सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कोविड को नियंत्रित करना जरूरी है।
अनावश्यक भीड़ वाले आयोजन से बचें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के साथ बैठक करें। प्रभारी मंत्री भी बैठकों में जुड़ें। संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने के लिए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, अनावश्यक भीड़ वाले आयोजन से बचें। कलेक्टर इसका पालन करायें।
वैक्सीनेशन लगातार जारी रखें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वैक्सीनेशन में विभागों सहित कलेक्टर्स को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम सेकेण्ड वैक्सीन की डोज में देश में नं-1 है और पहले डोज़ में भी हम लगभग नंबर वन है। वैक्सीनेशन लगातार जारी रखें। शासकीय अधिकारी-कर्मचारी सभी का वैक्सीनेशन हो।
क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को सक्रिय करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पॉजीटिव प्रकरण आ रहे हैं। टेस्टिंग कम न हो, लक्ष्य के अनुसार टेस्ट प्रतिदिन हों। पॉजीटिव आने पर 30 लोगों की कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग हो। होम आयसोलेशन की व्यवस्था न होने पर अस्पताल में भर्ती करें। अस्पतालों में वेंटीलेटर्स और बिस्तरों की पर्याप्त व्यवस्था हो। ऑक्सीजन की लाइनें ठीक रहे। आयसोलेशन बिस्तर देख लें, पीएसए प्लांट चालू हालात में रहे। कंसन्ट्रेटर चालू करके देख लें। बिजली व्यवस्था ठीक रहें, जनरेटर की भी व्यवस्था हो। आवश्यक आवश्यक दवाओं का कम से कम एक महीने का स्टॉक हो। कोविड केयर सेंटर को फिर से चिन्हित करें। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में 31 मार्च तक अनुबंध बढ़ाया गया है। पीएसए संयंत्र के लिए तकनीशियन की व्यवस्था रखें। सभी जिलों में प्लानिंग रिपोर्ट बना लें। मैपिंग कर प्रायवेट और शासकीय अस्पतालों में बिस्तरों की व्यवस्था को देखें। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज में समन्वय करें। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को सक्रिय करें। जनता को साथ लेकर काम करें। गरीब की रोजी-रोटी को बचा सकें, इसका भी ध्यान रखा जाए। जनता को कोई असुविधा न हो। समन्वय से कार्य करें।