मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समर्थ लोगों और समाज से अनाथ बच्चों के कल्याण में आगे आकर सहयोग करने की अपील की

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 3 बेटियों की शादी,गोद ली हुईं बेटियां विदिशा में आज लेंगी सात फेरे, पत्नी साधना सिंह के साथ मुख्यमंत्री करेंगे कन्यादान

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समर्थ लोगों और समाज से अनाथ बच्चों के कल्याण में आगे आकर सहयोग करने की अपील की

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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है की एक ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते मैं यह सोचता हूँ कि ऐसे बच्चे, जिनका कोई नहीं है, उन्हें कैसे सड़क पर छोड़ दिया जाए। इसी सोच से जन्मी है मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना। इसके अंतर्गत अनाथ बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था, रु. 5,000 प्रतिमाह पेंशन, राशन की व्यवस्था की जाती है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समर्थ लोगों और समाज से अनाथ बच्चों के कल्याण में आगे आकर सहयोग करने की अपील की है।
सीएम ने कहा समर्थ लोग अपने सामाजिक दायित्व को पूरा करें।

शिवराज सिंह चौहान ने बताया जब मैं विधायक था, तब हमने एक बेटी की शादी की थी। उस बिटिया का विवाह करवाकर मुझे असीम शांति मिली। फिर सांसद रहते हुए गरीब बेटियों का विवाह प्रारंभ किया। सीएम बनने के बाद मैंने ‘मुख्यमंत्री कन्यादान योजना’ प्रारंभ की और फिर बेटियों के कल्याण के लिए लाडली लक्ष्मी योजना भी शुरू की।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया की बेटियों का भविष्य कैसे बेहतर बने, इसके लिए हम दोनों निरंतर प्रयास करते रहे।

उनके विवाह के रूप में आज एक बड़ा दायित्व पूरा हो रहा है। बेटियों के भावी मंगलमय जीवन को देखते हुए मन में संतोष का भाव है, तो उनकी विदाई से दु:ख भी।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान राज्य के विदिशा जिले में गुरुवार को सुंदर सेवाश्रम में पली बढ़ी 3 बेटियों का कन्यादान करेंगे। विदिशा में सीएम के आस्था के केंद्र बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर सुंदर सेवाश्रम में पली बढ़ी 3 बेटियां प्रीती, राधा और सुमन का शाम को विवाह होगा। शादी में शरीक होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंच गए हैं।

बुधवार को माता पूजन और मेहंदी की रस्म हुई। इस दौरान साधना सिंह भी मौजूद रहीं। उन्होंने कहा कि दायित्व कभी पूरा नहीं होता है, क्योंकि बेटियां हैं। मां इन्हें कभी छोड़ नहीं सकती है। गोद ली गई तीन बेटियों के विवाह की तैयारियों का जायजा लेने बुधवार देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी विदिशा पहुंच गए हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि मैं बेटियों से मिलने आया था। साधना तैयारियों में लगी हुई हैं। इन बेटियों को हम साल 1998 में लेकर आए थे। तब वे दो-ढाई साल की थीं। 1998 में जब शिवराज सिंह विदिशा सांसद थे। तब क्षेत्र में भ्रमण के दौरान उन्हें इन बच्चियों के बारे में ग्रामीणों ने बताया, तो शिवराज सिंह इन बच्चियों को अपने सुंदर सेवाश्रम ले आए और बेटियों की तरह इनका लालन-पालन किया। सुंदर सेवाश्रम में कुल 7 बच्चियां थीं। इन तीनों की शादी के साथ ही सभी बच्चियों के विवाह संपन्न हो जाएंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा की दरअसल इन बेटियों की देखभाल,लालन -पालन ,शिक्षा का इंतज़ाम और उनकी जरूरतों की पूर्ती करने का पूरा काम साधना सिंह ने किया है।

मुख्यमंत्री ने बताया की आज एक बड़ा दायित्व पूरा हो रहा है।

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