मध्यप्रदेश में पॉजिटिव एवं सक्रिय प्रकरणों में आई कमी – मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया
जहाँ संक्रमण कम है वहाँ शून्य करें
टेस्ट पर्याप्त हों, होम आइसोलेशन परफेक्ट हो
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप सदस्यों से चर्चा कर
कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है तथा पॉजिटिव प्रकरणों एवं सक्रिय प्रकरणों में कमी आ रही है। प्रदेश में नए कोरोना प्रकरण 9 हजार से नीचे आ गए हैं। प्रदेश के 08 जिलों में नए प्रकरणों की संख्या 200 से अधिक है तथा 7 जिलों में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 10% से नीचे आ गई है। यह सब प्रशासन, जन-प्रतिनिधियों एवं जनता के समन्वय एवं दिन-रात मेहनत का परिणाम है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल कोरोना अभियान एवं कोरोना कर्फ्यू के प्रभावी क्रियान्वयन से संक्रमण को निरंतर कम किया जाए तथा जिन जिलों में संक्रमण कम है, वहाँ संक्रमण शून्य किया जाए। सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में टेस्ट किए जायें तथा होम आइसोलेशन की व्यवस्था परफेक्ट हो।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोनानियंत्रण कोर ग्रुप के सदस्यों से चर्चा कर प्रदेश के जिलों में कोरोना कीस्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। बैठक में कोर ग्रुप के सदस्य, मंत्रीगण, अधिकारी, जिलों के प्रभारी मंत्री और अधिकारी उपस्थित थे।
8970 नए कोरोना प्रकरण
प्रदेश में 8970 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं। एक्टिव प्रकरण 1 लाख 9 हजार 928 हैं। पिछले 24 घंटे में रिकवरी 10 हजार 324 है। एक्टिव प्रकरणों की संख्या में 1438 की कमी आयी है। प्रदेश की ग्रोथ रेट 1.6% तथा साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 16.5% है।
8 जिलों में 200 से अधिक प्रकरण
प्रदेश के 8 जिलों में ही अब 200 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1597, भोपाल में 1304, जबलपुर में 666, ग्वालियर में 492, रतलाम में 335, शिवपुरी में 279, उज्जैन में 273 एवं रीवा में 249 नए प्रकरण आए हैं।
7 जिलों में 10 प्रतिशत से कम पॉजिटिविटी
प्रदेश के 7 जिलों छिंदवाड़ा, गुना, भिंड, बुरहानपुर, अशोकनगर, खंडवा, अलीराजपुर की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से कम है। अलीराजपुर जिले की आज का पॉजिटिविटी रेट 2.5% है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन सभी जिलों को बधाई देते हुए उन्हें संक्रमण मुक्त करने के निर्देश दिए।
आई.सी.यू. बेड्स की संख्या बढ़ायें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहडोल जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि वहाँ आई.सी.यू. बेड्स की संख्या बढ़ाई जाए। बताया गया कि 2-4 दिन में 20 आई.सी.यू. बेड्स एवं 30 ऑक्सीजन बेड्स बढ़ जायेंगे। जिले के प्रतिदिन औसत प्रकरण 177 है, ग्रोथरेट 2.5% है तथा साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 17.4% है।
टेस्टिंग बढ़ायें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उमरिया जिले की समीक्षा के दौरान टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। किल कोरोना एवं कोरोना कर्फ्यू के प्रभावी क्रियान्वयन के माध्यम से संक्रमण को सख्ती से रोका जाए। ऑक्सीजन बेड्स बढ़ायें। उमरिया में प्रतिदिन औसत 114 प्रकरण आ रहे हैं। वहाँ की ग्रोथ रेट 2.3% तथा साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 21.6% है।
हर जगह वैंटीलेटर ऑपरेटर तुरंत रखें
अनूपपुर जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि अनूपपुर जिले तथा जहाँ आवश्यकता हो वेंटीलेटर ऑपरेटर तुरंत रख लिए जायें। चिकित्सा सेवा चुस्त-दुरूस्त हो। कलेक्टर्स आवश्यकतानुसार चिकित्सा स्टाफ संविदा पर रख लें। हर जिले में हेल्थ सर्विसेज का विस्तार किया जाए।
खंडवा में उत्कृष्ट कार्य, संक्रमण नियंत्रित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खंडवा जिले में उत्कृष्ट कार्य के लिए संबंधित सभी की सराहना की। खंडवा में प्रतिदिन औसत 21 प्रकरण आ रहे हैं, ग्रोथ रेट 0.6% तथा साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 4.3% है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पॉजिटिविटी 5% से नीचे आना अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार संक्रमण नियंत्रण का सूचक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खंडवा जिला प्रशासन, जन-प्रतिनिधियों एवं जनता के समन्वय से कोरोना संक्रमण नियंत्रित करने के कार्य का उत्तम उदाहरण है। बुरहानपुर जिले ने भी कोरोना नियंत्रण में बेस्ट कार्य किया है। दोनों जिलों का पृथक प्रेजेन्टेशन रखा जाए, जिससे अन्य जिले अनुकरण कर सकें।
सीधी जिला विशेष ध्यान दें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीधी जिले में 7 दिन की औसत पॉजिटिविटी 27% होने से वहाँ विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। जिले के ग्रामीण अंचलों में संक्रमण अधिक होने से वहाँ किल कोरोना अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए।
गड़बड़ी करने पर कार्रवाई करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में दवाओं की कालाबाजारी, नकली दवाओं, अधिक शुल्क वसूलने आदि के प्रकरणों में कड़ी कार्रवाई की जाए। प्रदेश में अभी तक ऐसी 194 कार्रवाइयाँ की गई हैं, जिनमें 49 व्यक्तियों के विरूद्ध एफ.आई.आर. की गई है। अधिक शुल्क वसूलने पर अस्पतालों से मरीजों के परिजनों को 74 लाख 14 हजार रूपए की राशि वापस दिलाई गई है।
21 हजार 402 कोरोना मरीजों का नि:शुल्क इलाज
प्रदेश में 21 हजार 402 कोरोना मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। इनमें से 16 हजार 553 मरीजों का शासकीय अस्प्तालों में, 2,943 मरीजों का अनुबंधित अस्पतालों में तथा 1906 मरीजों का आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संबद्ध अस्पतालों में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत इलाजरत मरीजों पर शासन द्वारा 02 करोड़ 16 लाख 3 हजार 790 रूपए का व्यय किया गया है। योजना में अभी तक प्रदेश के 386 निजी अस्पतालों को संबद्ध किया जा चुका है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के त्वरित क्रियान्वयन के लिए सभी संबंधितों को बधाई दी।
मेडिकल ऑक्सीजन उपयोग पुस्तिका का विमोचन किया
प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मेडिकल ऑक्सीजन के उपयोग संबंधी पुस्तिका ‘एस.ओ.पी. फॉर मेडिकल ऑक्सीजन यूज’ का विमोचन किया। स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने बताया कि मेडिकल ऑक्सीजन की एस.ओ.पी. प्रकाशित करने वाला मध्यप्रदेश प्रथम राज्य है। इस पुस्तिका में मध्यप्रदेश के शासकीय एवं निजी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन के इस्तेमाल तथा अग्नि सुरक्षा के संबंध में विस्तृत जानकारी है।