मध्यप्रदेश की सौर ऊर्जा दर देश में न्यूनतम,नवाचारों और तकनीक से संभव हुआ दो रूपये चौदह पैसे प्रति यूनिट का टेरिफ प्लांट – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
,निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया,15 सौ मेगावाट की सौर परियोजनाओं में होगा 5250 करोड़ का निजी निवेश- मध्यप्रदेश के
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सौर विकासकों को सौंपे लेटर ऑफ अवार्ड
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में सौर ऊर्जा की दर देश में न्यूनतम है। निरंतर जारी नवाचारों और तकनीक के बल पर प्रदेश में दो रूपये 14 पैसे प्रति यूनिट सौर ऊर्जा का टेरिफ प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश में एशिया का सबसे बड़ा सौलर प्लांट नीमच में है। रीवा के आदर्श प्लांट से दिल्ली मेट्रो को सौर ऊर्जा दी जा रही है। अब औंकारेश्वर में विश्व का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पार्क स्थापित किया जा रहा है। सौर ऊर्जा से बिजली की कमी दूर करने, निवेश आकर्षित करने और पर्यावरण सरंक्षण के हर संभव प्रयास जारी हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आगर, शाजापुर और नीमच में 1500 मेगावाट की सौर परियोजनाओं के विकासकों को लेटर ऑफ अवार्ड प्रदान किए। मिंटो हाल में आयोजित इस कार्यक्रम में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग, प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय दुबे उपस्थित थे।
निवेशक राज्य के मित्र हैं- प्रदेश में उद्योगों के लिए है बेहतर वातावरण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि “मैं अच्छे राज्य में आपका हृदय से स्वागत करता हूँ”। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निवेशक राज्य के मित्र हैं। प्रदेश में उद्योगों के लिए बेहतर वातावरण है। यहाँ दक्ष मानव संसाधन, राज्य सरकार की अच्छी टीम और एक टेबल पर त्वरित समाधान की सुविधा उपलब्ध है।
आने वाली पीढ़ी की सुरक्षा के लिए ग्रीन एनर्जी पर ध्यान देना जरूरी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए कार्बन उत्सर्जन गैसों को नियंत्रित करना जरूरी है। ताप विद्युत ग्रहों के लिए कोयला की पूर्ती जरूरी है, जिससे जंगलों पर संकट बढ़ता है। आने वाली पीढ़ी को यदि हमें प्रकृति को संरक्षित रूप से सौंपना है तो ”ग्रीन एनर्जी- क्लीन एनर्जी” की ओर ध्यान देना होगा। सौर ऊर्जा- अक्षत ऊर्जा है जो कभी समाप्त नहीं होगी। मध्यप्रदेश में वर्ष के तीन सौ से अधिक दिनों तक सूर्य का निरंतर प्रकाश रहता है। मध्यप्रदेश ग्रीन लंग्स आँफ इंडिया है।
आगर, शाजापुर और नीमच के सौलर पार्क के लिए प्रदान किए गए लेटर ऑफ अवार्ड
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आगर के 550 मेगावाट सोलर पार्क के लिए बीम पाव एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड और अवाड़ा एनर्जी लिमिटेड को, शाजापुर के 450 मेगावाट सोलर पार्क के लिए एनटीपीसी रिन्यूएबल तथा तले टटूताई सोलर प्रोजेक्ट को और नीमच के 500 मेगावाट सोलर पार्क के लिए टीपी सौर्या लिमिटेड, मुम्बई तथा अल जोमेह एनर्जी एण्ड वॉटर कंपनी, दुबई को लेटर ऑफ अवार्ड प्रदान किए।
प्रदेश में 25 वर्षों में लगभग 76 सौ करोड़ रूपये की बचत होगी
मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग ने कहा कि सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना में मध्यप्रदेश लगातार कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। हाल ही में 15 सौ मेगावाट की आगर –शाजापुर नीमच सौलर पार्क के लिए हुई बिलिंग में देश में सबसे कम सौलर टेरिफ का रिकार्ड बना है। इन परियोजनाओं की स्थापना से प्रदेश में लगभग 5250 करोड़ रूपये का निजी निवेश होगा। प्रदेश में 25 वर्षों में लगभग 7600 करोड़ रूपये की बचत होगी। राज्य शासन द्वारा परियोजनाओं के लिए भूमि आवंटित कर दी गई है। मार्च 2023 तक उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित है। मंत्री श्री डंग ने कहा कि हमारा विभाग सबसे छोटा है पर हम भविष्य की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा काम कर रहे हैं। प्रदेश में ऊर्जा साक्षरता सप्ताह भी आरंभ किया जा रहा है। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय दुबे ने प्रदेश में स्थापित किये जा रहे सौर ऊर्जा प्लांट और निवेशकों द्वारा ली जा रही रूची के संबंध में जानकारी दी।