मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान ने कहा-कोरोना से अनाथ हुए बच्चों की पेंशन योजना 30 नंवबर से होगी शुरू, 31 मई के बाद धीरे-धीरे शहरों को खोलना करेंगे शुरू
टेस्टिंग जारी रहेगी
मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान कोरोना संक्रमण की समीक्षा के लिए सोमवार को सागर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने पौधरोपण के बाद जिला क्राइसिस मैनेजमेंट के साथ कोरोना की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान सागर संभाग के छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह और निवाड़ी जिलों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कोरोना काल में जो बच्चे अनाथ हो गए हैं, उनके लिए योजना बनी है। उन्हें 5 हजार रुपए पेंशन दी जाएगी। नि:शुल्क शिक्षा और राशन दिया जाएगा। प्रदेश के सभी कलेक्टर ऐसे बच्चों की सूची तैयार कर लें। 30 नवंबर से इस योजना को प्रारंभ करना है।
मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान ने बताया की 31 मई के बाद धीरे-धीरे शहरों को खोलना शुरू करेंगे और टेस्टिंग जारी रहेगी। कोविड केयर सेंटर कोई नहीं मिटाएगा, जो सरकारी बने हैं वो भी चलते रहेंगे। जितने भी अस्पतालों में जो व्यवस्था है सरकारी और गैर सरकारी जितनी सुविधा हैं वह जारी रहेंगी।
शिवराज सिंह चौहान ने कई गांव हमारे ऐसे हैं जो संक्रमण के भयानक दौर में भी संक्रमित नहीं हुए। 31 मई तक किसी भी कीमत पर हमको अपने बुंदेलखंड को कोरोना मुक्त करना है। सख्ती अभी जारी रहेगी। ये बहुरुपिया वायरस है। एक बार बढ़ना शुरू किया तो कोई सीमा नहीं है। टेस्टिंंग का टारगेट नहीं है। जितनी हो उतनी करो। अकेला टेस्ट हमारे पास साधन है।
मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान भी अपना टेस्ट हर माह करवा रहे हैं । यह बात स्वयं सीएम ने बैठक में बताई।
मुख्यमंत्री ने बताया किल कोरोना अभियान अनलॉक के बाद भी चलाते रहेंगे। तीसरी लहर की तैयारी करें। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। अगर निश्चिंत हो गए और मान लिया कि गया कोरोना गया तो तीसरी लहर को आने से कोई रोक नहीं सकता। भोपाल से जो सहयोग चाहिए राज्य स्तर का वह देंगे, अस्पतलों में विशेषकर बच्चों का वार्ड, पोस्ट कोविड केयर सेंटर भी होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा वैक्सीनेसन का अभियान चलाना होगा। गांव की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की ड्यूटी है कि वह लोगों को जागरूक करें। पहले से व्यवस्था कर लें, वैक्सीन का एक भी डोज खराब नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के कई लोग वैक्सीन लगवाने के लिए उत्सुक नहीं हैं। 18+ लोगों में उत्साह है, लेकिन सभी जगह यह भी समान नहीं है। खासतौर से गांवों में वैक्सीन लगवाने को लेकर कम रुचि दिखाई देर रही है। वैक्सीनेशन के प्रति जागरुकता के लिए भी अभियान चलाया जाएगा।
मुख्यमंत्री नेकहा होम आइसोलेशन के मरीजों की निगरानी के निर्देश दिए। साथ ही, संक्रमण की रोकथाम के लिए शहर से गांव तक योजना के तहत काम करने संघन टेस्टिंग कराने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश ने अधिकारियों की बैठक लेकर सागर में कोरोना नियंत्रण की समीक्षा में 31 मई तक सख्ती के साथ सागर को अनलॉक करने पर भी चर्चा की है। बैठक में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल , लोक निर्माण मंत्री, मध्यप्रदेश शासन, गोपाल भार्गव, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री,मध्यप्रदेश शासन, भूपेंद्र सिंह ठाकुर, राजस्व एवं परिवहन मंत्री,मध्यप्रदेश शासन गोविंद सिंह राजपूत , भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया, सागर विधायक शैलेंद्र जैन ,नरयावली विधायक प्रदीप लारिया, बीना विधायक महेश राय व अधिकारी मौजूद थे।