मध्यप्रदेश देश का आदर्श राज्य बने और कार्य ऐसा हो कि एक साल बाद मध्य प्रदेश को बधाईंया मिले – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लिए नव वर्ष में, नव चिंतन कर कार्य योजना अमल में लाएं:मुख्यमंत्री एमपी श्री चौहान
सीएम की मंत्रियों से चर्चा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज 5 जनवरी 2021 को भोपाल के पास कोलार वन विश्राम गृह में मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ प्रदेश के विकास के संबंध में विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों के कल्याण के लिए ऐसा कार्य हो कि एक वर्ष बाद मध्य प्रदेश को बधाइयां मिलें। उन्होंने आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के निर्माण के लिए विभाग वार एक्सरसाइज कर अच्छे कार्यों को संपादित करने के निर्देश दिए।
अब तक किये कार्य जनता के हित की प्रतिबद्धता के परिचायक है ; इन्हें जन समर्थन भी मिला
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बीते 9,10 माह में प्रदेश के विकास, प्रदेश की तस्वीर बदलने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। आम जनता से भी सरकार के अनेक कार्यों के प्रति समर्थन प्रतिक्रिया मिली है। माफिया के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई और नशे से युवा वर्ग को बचाने के ठोस प्रयासों का अच्छा संदेश गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जब मार्च के आखिरी सप्ताह में सरकार बनी तब कोरोना की बड़ी चुनौती सामने थी। इससे नागरिकों को बचाने का कार्य तत्परता से किया गया। प्रभावी कदम उठाए गए। वायरस के नियंत्रण के साथ ही सबसे पहले मध्य प्रदेश में आत्म निर्भर मध्य प्रदेश का रोड मैप बनाया गया।
आत्मनिर्भर भारत की लक्ष्य प्राप्ति में मध्य प्रदेश ने पहले पहलकर बनाया रोडमेप
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जैसे ही प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की बात कही उनके चिंतन की प्रक्रिया शुरू हो गई। आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लिए ठोस पहल की गई। सभी मंत्रियों, अर्थशास्त्रियों, नीति आयोग के पदाधिकारियों और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने विचार मंथन कर मध्य प्रदेश रोड मैप की तैयारी की। प्रयास सार्थक हुए। मध्य प्रदेश सबसे पहले यह रोड मैप बनाने में सफल हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अर्थव्यवस्था, रोजगार सुशासन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के मुद्दों पर रोड मैप में विस्तार से कार्य का निर्धारण किया गया है।
राजस्व बढ़ाने का कार्य तेज हो
प्रदेश में अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए अच्छी राजस्व वसूली का कार्य कुछ प्रयासों से ही संभव है। इस दिशा में अच्छी उपलब्धि मिल रही है। विशेषकर जीएसटी कलेक्शन में मध्य प्रदेश अन्य राज्यों से आगे है। राजस्व वृद्धि के प्रयास तेज किए जाएं।
मिली उपलब्धियां
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की बात हो या ग्रामीण विकास के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों की सक्रियता, मध्यप्रदेश ने कुछ कार्यों में रिकॉर्ड बनाया है। देश में सबसे अधिक गेहूं उपार्जन किए जाने के बाद किसानों के खातों में राशि पहुंचाने का कार्य हुआ। प्रदेश में दो एक्सप्रेस-वे प्रगति पर हैं। भोपाल के ग्लोबल स्किल पार्क से व्यापक पैमाने पर रोजगार की संभावनाओं को साकार किया जाएगा। बफर में सफर शुरू हो चुका है। जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र तत्काल देने की व्यवस्था, किसानों को बिना चक्कर लगाए विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्य प्रदेश में बखूबी किया जा रहा है। इसे और गति देना है। पत्थर बाजी पर प्रतिबंध के लिए कड़ा कानून बनाया जा रहा। धर्म स्वातंत्र्य कानून की प्रशंसा हुई है। अन्य नवाचार भी किए जा रहे हैं।
मध्यप्रदेश बने उदाहरण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंत्री गण चिंतन कर विभाग की योजनाओं को तेजी से क्रियान्वित करवाएं। क्षमता का पूरा उपयोग कर बेहतर परिणाम दे सकते हैं। प्रयास होना चाहिए कि आने वाले एक वर्ष में हम बहुत सी उपलब्धियां अर्जित कर लें और सभी राज्य मध्यप्रदेश को बधाई दें। हम ऐसी स्थिति में आ जाएं कि मध्य प्रदेश अग्रणी स्थिति में आकर एक उदाहरण माना जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विकास के विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठ परिणाम लाने की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रेत उत्खनन के संबंध में लागू की जा रही नई व्यवस्था की भी जानकारी दी, जिससे राजस्व आय बढ़ेगी। साथ ही अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।
कोरोना वैक्सीनेशन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना वैक्सीनेशन के संबंध में की गई व्यवस्थाओं के बारे में बताया और मंत्री गण से इस कार्य में नेतृत्व एवं सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया।
नव चिंतन कर कार्य योजना पर अमल हो
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शुरू में सभी मंत्री गण को नववर्ष की बधाई दी और नवचिंतन के साथ नवीन कल्पनाओं को साकार कर मध्य प्रदेश को समृद्ध बनाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने की उम्मीद की।