केन्द्रीय रसायन, उर्वरक एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री मांडविया मध्यप्रदेश में किये जा रहे कोविड टीकाकरण पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विस्तार से चर्चा की
बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइसेस पार्क, कोविड टीकाकरण और यूरिया, डी.ए.पी. के बारे में की चर्चा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मनसुख एल. मांडविया से उनके कार्यालय में मुलाकात कर फार्मा क्षेत्र में विस्तार के लिए प्रदेश में बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइसेस पार्क की स्वीकृति शीघ्र प्रदान करने का अनुरोध किया। श्री चौहान ने बताया कि 1276 करोड़ रुपये की लागत के बल्क ड्रग पार्क और 193 करोड़ रुपये की लागत के मेडिकल डिवासेस पार्क के प्रस्ताव केन्द्र में स्वीकृति हेतु लम्बित हैं। केन्द्र सरकार द्वारा मूल्यांकन के लिए नियुक्त आई.एफ.सी.आई.ने प्रस्तावों के मूल्यांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि फार्मा क्षेत्र में मध्यप्रदेश की देश में अग्रणी भूमिका है। इंदौर के नजदीक पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्रों में विकास की अनेक संभावनाएँ हैं। प्रदेश में इस क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक अधोसंरचना और कुशल श्रमिक प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। उपरोक्त प्रस्तावित पार्क के लिए राजधानी भोपाल से लगभग 100 किलोमीटर दूर मोहासा बाबई औद्योगिक क्षेत्र में 2400 एकड़ भूमि भी चिन्हित कर ली गई है। इसके अलावा लगभग 1500 एकड़ भूमि में उद्योगों की आवश्यकतानुसार अधोसंरचना विकसित की जा चुकी है। उद्योगों के लिए 4.50 रुपये प्रति यूनिट पर प्रचुर मात्रा में बिजली भी उपलब्ध है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख एल मांडविया से प्रदेश में किये जा रहे कोविड टीकाकरण पर विस्तार से चर्चा की। श्री चौहान ने बताया कि अभी तक प्रदेश में 46 प्रतिशत जनता को टीकाकरण पहली डोज दी जा चुकी है और लगभग 9 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज दी चुकी है। प्रदेश में चार दिन कोविड का टीकाकरण होता है और शेष दो दिन में अन्य टीकाकरण कार्यक्रम किया जाता है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही कोविड की वैक्सीन का शत-प्रतिशत सही इस्तेमाल किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री से यूरिया और डी.ए.पी. के विषय में भी चर्चा की। उन्होंने अनुरोध किया कि केन्द्र में यूरिया और डी.ए.पी. की लम्बित मांग को शीघ्रातिशीघ्र जारी किया जाय जिससे किसानों को बुआई में किसी प्रकार व्यवधान उत्पन्न न होने पाये। केन्द्रीय मंत्री श्री मांडविया ने मुख्यमंत्री को ध्यानपूर्वक सुना और उनके द्वारा उठाये गये सभी विषयों पर शीघ्रातिशीघ्र हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।