मध्यप्रदेश कृषि विविधीकरण के क्षेत्र में ठोस कार्य कर सामने लाएगा श्रेष्ठ परिणाम -मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय मंत्रियों से की मुलाकात
योजनाओं में दी गई स्वीकृतियों के लिए माना आभार
प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रति भी किया धन्यवाद ज्ञापित
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मनसुख मांडविया से मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्रियों को मध्यप्रदेश के लिए योजनाओं में दी गई स्वीकृतियों के लिए आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर को मध्यप्रदेश में कृषि क्षेत्र में उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों और उनके फॉलोअप की जानकारी दी। उन्होंने विशेष रुप से कृषि विविधीकरण के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश कृषि विविधीकरण के क्षेत्र में ठोस कार्य कर श्रेष्ठ परिणाम सामने लाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मिलेट मिशन, खाद्य और कृषि उत्पादों के प्र-संस्करण कार्य को गति देने की योजना तैयार है। किसानों को प्राकृतिक खेती और मुख्य फसलों गेहूँ, चना, धान और सोयाबीन के अलावा चंदन की खेती और बाँस उत्पादन के लिए आवश्यक सुविधाएँ देकर प्रेरित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री श्री मनसुख मांडविया के प्रति मध्यप्रदेश को सतत पर्याप्त यूरिया और डीएपी उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस कार्य के लिए केंद्र सरकार से निरंतर मिल रहे सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मनसुख मांडविया से भेंट कर मध्यप्रदेश में कृषकों की आवश्यकता के अनुसार यूरिया की आपूर्ति के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि वे नियमित समीक्षा कर प्रत्येक जिले में खाद और यूरिया आपूर्ति सुनिश्चित करते हैं। इस संबंध में सभी कलेक्टर्स को भी निर्देशित किया गया है। केंद्रीय रसायन मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की उपलब्धता के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश को भविष्य में भी पर्याप्त यूरिया और डीएपी उपलब्ध कराने के लिए आश्वस्त किया।
वैक्सीनेशन की उपलब्धि और कोरोना नियंत्रण में जन-भागीदारी का मॉडल
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन महाअभियान में दिसंबर माह में कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगाकर 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन के लक्ष्य की प्राप्ति और ओमिक्रॉन से निपटने की तैयारियों से भी स्वास्थ्य मंत्री श्री मांडविया को अवगत कराया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश का जन-भागीदारी मॉडल कोरोना नियंत्रण में सफल रहा है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों, स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं, प्रशासनिक अधिकारियों, धर्मगुरुओं और आम नागरिकों ने मिलकर कोरोना संक्रमण से लड़ाई लड़ी। कोरोना से बचाव के लिए सभी सावधानियों का गंभीरता से पालन किया गया। अस्पतालों में सभी आवश्यक प्रबंध भी किए गए। प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट निरंतर बढ़ रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है। प्रदेश के सभी मंत्री जिलों में अस्पतालों का भ्रमण कर चुके हैं। ओमिक्रॉन की आहट सुनते ही ऐहतियातन उपाय बढ़ा दिए गए हैं।