मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश की सभी माताओं-बहनों को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला कर्मचारियों को 7 दिवस का अतिरिक्त आकस्मिक अवकाश देने के साथ बहन-बेटियों के उत्थान के लिए अनेक निर्णय लिये हैं। कक्षा 10वीं के बाद उच्चतर, माध्यमिक एवं कॉलेज में बेटियों को वित्तीय साक्षरता के लिये पाठ पढ़ाया जायेगा, जो महिला उन्मुखी होगा। उन्होंने कहा कि माता, बहन और बेटियों का उत्थान ही मेरे जीवन का प्रमुख ध्येय है। नारी शक्ति के सशक्तिकरण में ही प्रदेश और देश का उत्थान निहित है।”
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाएँ आज हर कार्य-क्षेत्र में कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं। उन पर मातृत्व और घर संभालने की ज़िम्मेदारी भी है। इसलिए हमने तय किया है कि सभी महिला कर्मचारियों को 7 दिवस का अतिरिक्त आकस्मिक अवकाश देंगे, जिसे वे अपनी आवश्यकता अनुरूप उपयोग कर सकेंगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य की तकनीकी शिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत छात्राओं को रोजगार दिलवाने के उद्देश्य से विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा और जॉब फेयर लगाये जाएंगे। साथ ही छात्राओं को डिजिटल एवं वित्तीय साक्षरता, अंग्रेजी, कम्युनिकेशन और वर्क रेडीनेस का 60 से 80 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बालिकाओं के लिये स्किल ट्रेनिंग की व्यवस्था भी की जाएगी, जिसमें हैंडलूम, कढ़ाई, पारंपरिक लोक कलाओं की ट्रेनिंग शामिल होगी। प्रदेश की महिला हथकरघा एवं हस्तशिल्प कारीगरों को एनआईडी और निफ्ट संस्थानों से आधुनिक डिजाइन्स और उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा।