मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर सभी जिले में होंगे कार्यक्रम
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री,शिवराज सिंह चौहान
- प्रदेश का 67वां स्थापना दिवस जन-उत्सव के रूप में मनाया जाएगा एक से सात नवम्बर तक होगी कार्यक्रमों की श्रंखला एक नवम्बर को सभी जिलों में निकलेगी प्रभात फेरी मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान के 50 लाख से अधिक हितग्राही होंगे लाभान्वित मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रि-परिषद की बैठक के बाद मंत्रीगण को दी जानकारी
प्रदेश का 67वां स्थापना दिवस जन-उत्सव के रूप में मनाया जाएगा
एक से सात नवम्बर तक होगी कार्यक्रमों की श्रंखला
एक नवम्बर को सभी जिलों में निकलेगी प्रभात फेरी
मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान के 50 लाख से अधिक हितग्राही होंगे लाभान्वित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रि-परिषद की बैठक के बाद मंत्रीगण को दी जानकारी
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश का 67वां स्थापना दिवस जन-उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। स्थापना दिवस एक नवम्बर से सात नवम्बर तक रचनात्मक गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रि-परिषद की बैठक के बाद मंत्रीगण को संबोधित कर रहे थे। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्थापना दिवस पर जन-सेवा अभियान में पात्र हितग्राहियों को स्वीकृति-पत्र तथा अन्य लाभ वितरण के लिए सभी जिलों में कार्यक्रम किए जाएंगे। सभी 52 जिलों में 50 लाख से अधिक पात्र हितग्राही कार्यक्रम से जुड़ेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्थापना दिवस पर कार्यक्रमों की श्रंखला में एक नवम्बर को सभी जिलों में जन अभियान परिषद के सहयोग से प्रभात फेरियाँ निकाली जायेंगी। दोपहर एक बजे सभी जिलों में जन-सेवा अभियान स्वीकृति-पत्र और अन्य लाभों के वितरण का कार्यक्रम होगा और शाम को भोपाल में सांस्कृतिक प्रस्तुति होगी। इस क्रम में दो नवम्बर को लाड़ली लक्ष्मी योजना की लाड़लियों और उनके माता-पिता के सम्मेलन सभी जिलों में किए जाएंगे। तीन नवम्बर को सभी जिलों में स्वच्छता गतिविधियाँ और महत्वपूर्ण स्थलों पर 67 दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। इसी दिन से ग्रामीण खेल प्रतियोगिता और व्यंजन प्रतियोगिताएँ भी होंगी। चार नवम्बर को “एक जिला-एक उत्पाद” पर प्रदेश के सभी जिलों में गतिविधियाँ संचालित होंगी। साथ ही रोजगार मेले भी लगाए जाएंगे। पाँच नवम्बर को प्रदेश के गौरव पर केंद्रित नाटक, लोक नृत्य और जननायकों पर प्रतियोगिताएँ होगीं। छह नवम्बर को सभी जिलों में वृक्षा-रोपण, जल-संरक्षण, ऊर्जा की बचत और पर्यावरण पर केंद्रित गतिविधियाँ की जाएंगी।
कार्यक्रमों की श्रंखला में सात नवम्बर को सभी जिला मुख्यालयों और राज्य स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं और खेल गतिविधियों के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। इसी दिन सभी जिला मुख्यालयों पर सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय परिवेश की सांस्कृतिक गतिविधियों को विशेष रूप से सम्मिलित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं के पुरस्कार ग्राम स्तर पर ही वितरित किए जाएंगे। मध्यप्रदेश गान के प्रति लगाव और सम्मान के उद्देश्य से भी गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी।