भाजपा नेता महिलाओं के अपमान के लिये माफ़ी माँगे और दोषी भाजपा नेताओ को तत्काल पार्टी से बाहर करे- नरेंद्र सलूजा
सीएए कानून के समर्थन के नाम पर बगैर अनुमति , कानून का उल्लंघन कर भाजपा ने निकाली राजगढ़ में रैली , हिंसक प्रदर्शन कर महिला अधिकारियों से किया दुर्व्यवहार , बाल खींचे , लात मारी , माहौल खराब करने का किया प्रयास।
भाजपा नेता महिलाओं के अपमान के लिये माफ़ी माँगे और दोषी भाजपा नेताओ को तत्काल पार्टी से बाहर करे- नरेंद्र सलूजा
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि आज राजगढ़ में भाजपा द्वारा धारा 144 लगी होने के बावजूद , बगैर अनुमति सीएए कानून के समर्थन के नाम पर ,कानून का उल्लंघन कर रैली निकाली गई।इस रैली के माध्यम से हिंसक प्रदर्शन कर क्षेत्र का माहौल खराब करने का प्रयास किया गया , जबकि भाजपा इस जिले में पूर्व में ही सीएए के समर्थन के नाम पर एक रैली निकाल चुकी है।
वहीं वहीं कांग्रेस सीएए के विरोध में राजगढ़ जिले में दो बार अनुमति नहीं मिलने पर रैली निरस्त कर चुकी है और बाद में जब अनुमति मिली तभी कांग्रेस ने रैली निकाली और जब भाजपा इस जिले में एक बार सीएए के समर्थन में रैली निकाल चुकी है तो दोबारा माहौल खराब करने के लिए रैली निकालने की क्या आवश्यकता ?
सलूजा ने बताया कि सरकार पर व अधिकारियों पर आरोप लगाने वाले शिवराज सिंह से लेकर गोपाल भार्गव सहित तमाम भाजपा नेता यह सच्चाई जान ले कि बगैर अनुमति के , कानून का उल्लंघन कर किए गए इस प्रदर्शन में जब अधिकारियों ने कानून का हवाला देकर इस रैली को रोकना चाहा तो मौके पर मौजूद दो महिला एसडीएम प्रिया वर्मा और श्रुति अग्रवाल से भाजपा के प्रदर्शनकारियों ने अभद्र व्यवहार किया , उन्हें लाते मारी , उनके बाल पकड़कर खींचे , कपड़े खींचे व हमला करने का प्रयास किया , क्या भाजपा कार्यकर्ताओं का यही आचरण है ? महिलाओं के प्रति यही उनका रवैया व सम्मान है ? जब एक महिला जिलाधीश द्वारा प्रदर्शनकारियों को कानून का हवाला देकर प्रदर्शन रोकने का प्रयास किया गया तो उनसे भी अभद्र भाषा का उपयोग किया गया।
क्या महिलाओं के प्रति भाजपा की यही सोच है , यही आचरण है ? क्या भाजपा महिलाओं का यही सम्मान करती है ?
सलूजा ने कहा के बगैर अनुमति , कानून के समर्थन पर नाम पर किये गये इस हिंसक प्रदर्शन में महिलाओं के अपमान पर तत्काल भाजपा नेता माफ़ी माँगे और दोषी कार्यकर्ताओं व नेताओ को तत्काल पार्टी से बाहर करे