अंतरराष्ट्रीय बुन्देली समागम का 06, 07 और 08 अक्टूबर 2022 को भोपाल के जनजातीय संग्रहालय में आयोजन

आशुतोष राणा बुंदेली, बुंदेलखंड और रामराज्य पर करेंगे संवाद

 

 

देश और प्रदेश की प्रसिद्ध हस्तियों के साथ रानी लक्ष्मीबाई के वंशजो से मिल सकेंगे लोग

अंतरराष्ट्रीय बुंदेली समागम में लोग ले सकेंगे बुंदेली व्यंजनों का स्वाद

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अंतरराष्ट्रीय बुंदेली समागम का आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन 06, 07 और 08 अक्टूबर 2022 को जनजातीय संग्रालय श्यामला हिल्स भोपाल में रोजाना दोपहर 3 बजे से आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम का शुभारंभ 08 अक्टूबर को दोपहर 03 बजे मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम, प्रसिद्ध बॉलीबुड स्टार आशुतोष राणा, प्रसिद्ध साहित्यकार एवं लोक कलाकार पद्मश्री अवध किशोर जड़िया और राम सहाय पांडे सहित विधनसभा के मुख्य सचिव एपी सिंह करेंगे।
इसी दिन शाम को 6 बजे से समागम का मुख्य आकर्षण आशुतोष राणा बुंदेली, बुंदेलखंड और राज्य पर संवाद करेंगे। इससे पहले प्रसिद्ध कवि और साहित्यकार आलोक श्रीवास्तव के साथ आलोकनामा और बुंदेलखंड के प्रसिद्ध भजन गायक पंडित पवन तिवारी के भजनों का आनंद ले सकेंगे। वही इसी दिन शाम को बुंदेली बधाई और बुंदेली ढिमरियाई नृत्य की प्रस्तुति की जाएगी।

जबकि समागम के दूसरे दिन 07 अक्टूबर का मुख्य आकर्षण रानी लक्ष्मीबाई के वंशजों का सम्मान और उनसे संवाद रहेगा। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के वंशजों का सम्मान करेगी। इस दिन बुंदेली युवा संवाद, बुन्देलखण्ड में पर्यटन की सम्भवनाओं पर संवाद के साथ ही शाम को रंगा रंग कार्यक्रम में प्रसिद्ध जित्तू खरे की राई और बुंदेली बधाई की प्रस्तुति होगी।

वही अंतरराष्ट्रीय बुंदेली समागम के तीसरे और अंतिम दिन 08 अक्टूबर को प्रशासनिक बुंदेली समागम का आयोजन होगा। जिसमें बुंदेलखंड की पावन भूमि के वह प्रशासनिक अधिकारी हिस्सा लेंगे जो देश और प्रदेश में अपनी सेवाएं दे रहे है या दे चुके है। इसी दिन बुंदेली कवि सम्मेलन के आयोजन के साथ ही प्रसिद्ध सीरियल भाभीजी घर पर है के दरोगा हप्पू सिंह से लोग रूबरू हो सकेंगे। वहीं अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्थान के उपाध्यक्ष हरगोविंद कुशवाहा जी का बुंदेली और बुंदेलखंड पर विशेष संवाद होगा।

कार्यक्रम में तीनों दिन सुबह 11 बजे से बुंदेली व्यंजन उत्सव में बेहद सस्ती दरों पर बुंदेली पकवानों का भी आनंद लिया जा सकेगा।

कार्यक्रम का संचालन देश के ख्यातिप्राप्त कवि सुमित ओरछा और पंकज पंडित करेंगे।

अंतराष्ट्रीय बुंदेली समागम के आयोजक सचिन चौधरी ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य बुंदेलखंड, बुंदेली और उसके लोगों को एक मंच पर जोड़ना और अपने लोगों से संवाद स्थापित करना होगा। उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड को पिछड़ा क्षेत्र माना जाता है लेकिन इस अंतरराष्ट्रीय बुंदेली समागम के बाद लोगों में एक नई अवधारणा का उदय होगा वह होगी ब्रेंड बुन्देलखण्ड की भावना। सचिन चौधरी और उनकी टीम ने बुंदेली जनमानस सहित सभी देश और प्रदेशवासियों को इस अंतरराष्ट्रीय बुंदेली समागम में आमंत्रित किया है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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