बौद्ध टूरिज्म डेस्टिनेशन के साथ मध्यप्रदेश तैयार
भूटान के पर्यटकों के लिए बौद्ध टूरिज्म डेस्टिनेशन के साथ मध्यप्रदेश तैयार- प्रमुख सचिव श्री शुक्ला
भूटान के साथ वेबिनार में प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों का प्रेजेंटेशन
मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन तथा संस्कृति एवं प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा है कि कोरोना संकट काल के बाद टूरिज्म आधारित गतिविधियों के लिए भारत और भूटान को एक सांझा मंच प्रदान करने के लिए यह वेबिनार एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगा। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला प्रदेश के पर्यटन को विश्व पटल पर लाने और भूटान देश के पर्यटकों को मध्यप्रदेश के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से हुए वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। भूटान में भारत की राजदूत सुश्री रूचिका कंबोज, महानिदेशक भूटान पर्यटन श्री दाशो दोरजी धरादुल वेबिनार में उपस्थित रहे।
प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश भूटान के पर्यटन प्रेमी, प्रमुख ट्रेवल एजेंटों एवं टूर ऑपरेटर्स को बौद्ध पर्यटन, स्पिरिचुअल, वेलनेस, रूरल, नेचुरल टूरिज्म के साथ लक्जीरियस और आरामदेह पर्यटन की सुविधा देने के लिए हमेशा तैयार है। टूरिज्म बोर्ड राज्य में बौद्ध सर्किट को राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढावा देने हेतु पूर्ण रूप से सक्रिय है। साथ ही मध्यप्रदेश में कल्चर, हेरिटेज, नेचुरल डायवर्सिटी, वाइल्ड लाइफ के साथ लक्जीरियस और वेलनेस टूरिज्म का अनूठा संगम है, जो दुनिया में कही नहीं मिलता। मध्यप्रदेश एक टूरिस्ट फ्रेंडली राज्य है और यहाँ हर बजट में टूर पैकेज उपलब्ध है। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने भूटान के ब्लॉगर्स, इनफ्लुएंसर और पत्रकारों को प्रदेश की यात्रा करने का आमंत्रण भी दिया।
राजदूत सुश्री रुचिरा कंबोज ने बताया कि 27 मार्च से भारत आने और बाहर जाने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू कर दी गई हैं। भूटान भी कोविड -19 प्रोटोकॉल में ढील दे रहा है। उन्होंने मध्य प्रदेश के बौद्ध पर्यटन स्थलों पर विशेष रूप से साँची के महान स्तूपों पर भी ध्यान केंद्रित किया, जो हवाई, ट्रेन और सड़क मार्ग से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
भूटान पर्यटन परिषद के महानिदेशक दाशो दोरजी ध्रदुल ने कहा कि भूटान विशेष रूप से मध्यप्रदेश के साथ मिलकर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उप संचालक आयोजन एवं विपणन टूरिज्म बोर्ड श्री युवराज पडोले ने पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों पर प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने मध्यप्रदेश में स्थित बौद्ध पर्यटन की सम्भावनाओं, वर्ल्ड हेरिटेज साइट (खजुराहो, भीमबेटका और साँची), राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य की पर्यटन की दृष्टि से विशेषताओं के साथ रूरल टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, वर्केशन इन एमपी और मध्यप्रदेश में होने वाले विभिन्न कल्चरल, म्यूजिक और डांस फेस्टिवल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में साहसिक तथा प्रकृति प्रेमियों के लिए स्काईडाइविंग, हॉट एयर बैलूनिंग, साइकल टूर, केम्पिंग, वाइल्ड लाइफ सफारी, नाइट केंपिंग एवं कई अन्य गतिविधियाँ उपलब्ध हैं। प्रदेश के पर्यटन स्थलों को एकल महिला पर्यटकों के लिए सुरक्षित बनाने ‘महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल’ की पहल की गई है।